न्यायधानी में डायरिया का प्रकोप, 15 लोगों की अचानक बिगड़ी तबीयत

Diarrhea in Bilaspur: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में गंदे पानी की वजह से एक बार फिर से डायरिया फैलने लगा है। बुधवार को 15 लोगों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इनमें से चार मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि बाकी इलाज के बाद घर चले गए हैं। इधर, मोहल्ले में पानी और नाली का इंतजाम नहीं होने से परेशान मोहल्लेवालों ने पार्षद के घर का घेराव कर दिया और नाली-पानी का इंतजाम करने की मांग करने की मांग की। इस पर पार्षद में काम कराने का भरोसा दिलाकर सभी को घर भेज दिया।

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बता दें कि नगर निगम ने सिरगिट्‌टी नगर पंचायत, नगर पालिका तिफरा समेत शहर से लगे 17 ग्राम पंचायतों को नगर निगम में शामिल किया है। लेकिन, नगर निगम के इन नए मोहल्लों में विकास कार्य करीब चार साल से ठप है। सिरगिट्‌टी से लगे फदहाखार में करीब 500 से अधिक परिवार के लोग रहते हैं। यहां पीने की पानी और नाली की समस्या से मोहल्लेवाले परेशान हैं। (Diarrhea in Bilaspur)

स्थानीय लोगों के मुताबिक गंदे पानी और मोहल्ले में गंदगी की वजह से लोग लगातार बीमार पड़ रहे हैं। दो दिन में करीब 15 लोग बीमार हो गए हैं। बीमार लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि लगातार मोहल्ले के लोग बीमार पड़ रहे हैं। फिर भी न तो नगर निगम का अमला यहां झांकने आता है और न ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचती है।

इससे नाराज बीमार लोगों के परिजनों के साथ ही महिलाओं ने पार्षद निवास का घेराव कर दिया। उन्होंने मोहल्ले में पीने के पानी और नाली की व्यवस्था करने की मांग की। इस दौरान पार्षद अब्दुल खान इब्राहिम ने उन्हें समझाइश देकर शांत कराया और नगर निगम के अफसरों के साथ ही महापौर रामशरण यादव से चर्चा करने की बात कही। पार्षद निवास पहुंची महिलाओं ने बताया कि गणेश नगर नयापारा भी इसका मोहल्ला है, जहां पानी और नाली का इंतजाम नहीं है। इसके चलते लोगों को घूम-घूमकर आसपास से पानी लाना पड़ता है। (Diarrhea in Bilaspur)

उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारी, पार्षद और नेता उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देते। सुविधाओं के अभाव में बच्चे भी बीमार हो रहे हैं। उन्होंने मांग की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाए। पार्षद अब्दुल इब्राहिम ने बताया कि फदहाखार वन विभाग की जमीन में बसा है और यह अवैध मोहल्ला है। इसके बाद भी नगर निगम ने यहां तीन बोर कराया है। लेकिन, वन विभाग यहां नाली निर्माण जैसे स्थाई विकास कार्य की अनुमति नहीं देता है। इसके कारण यहां के लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि बोर कराने पर वन विभाग ने नोटिस जारी कर दिया था। बता दें कि जिले में इससे पहले भी डायरिया के केस सामने आ चुके हैं। (Diarrhea in Bilaspur)

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