दंतेवाड़ा में 18 नक्सली ने किया सरेंडर, अब तक 738 नक्सलियों ने डाले हथियार

Dantewada Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान से प्रभावित होकर 18 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। जिले में पुलिस की अपील का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। नक्सलियों ने हिंसा की राह छोड़कर लोकतंत्र और संविधान पर भरोसा जताया है। सरेंडर नक्सली भैरमगढ़ और मलांगेर एरिया कमेटी में सक्रिय थे, जो नक्सली बंद के दौरान रोड खोदने, पेड़ काटने और बैनर-पोस्टर लगाने जैसी घटनाओं में शामिल थे। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 177 इनामी नक्सली समेत 738 नक्सलियों ने सरेंडर कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ना चुना है। 

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इधर, बीजापुर जिले में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिसके चलते नक्सली बौखलाहट में आम नागरिकों और बेकसूरों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में कलेक्टर अनुराग पांडेय ने नक्सलियों को हथियार छोड़कर सरेंडर करने की सलाह दी है। कलेक्टर ने कहा कि अभी भी समय है। विदेशी विचारधारा को छोड़ कर अपने और अपने आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए आत्मसर्मपण करें, जिन्हें नई पुनर्वास नीति के तहत मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। (Dantewada Naxalite Surrender)

नक्सलियों को कलेक्टर की चेतावनी

कलेक्टर ने कहा कि जो नक्सली पहले सरेंडर कर चुके हैं वो आज मुख्यधारा से जुड़कर बेहतर जीवन जी रहे हैं। साथ ही अपने परिवार के सुखद भविष्य की ओर अग्रसर हैं। कलेक्टर अनुराग पांडेय ने कहा कि नक्सली खुद उच्च शिक्षा हासिल कर ग्रामीणों को शिक्षा से वंचित कर रहे हैं। नक्सली शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास से ग्रामीणों को दूर रखकर खुद लैपटॉप, कम्प्यूटर और उच्च तकनीकी ज्ञान रखते हैं। नक्सलियों के प्रेस नोट में शुद्ध हिन्दी, बिना किसी व्याकरण और वर्तनी त्रुटि के देखा जा सकता है। उन्होंने ही बीजापुर की एक पीढ़ी को शिक्षा से वंचित करने का पाप किया है। (Dantewada Naxalite Surrender)

नापाक मंसूबों को समझ चुकी जनता: कलेक्टर

कलेक्टर ने कहा कि यह विकास विरोधी तत्व बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास से ग्रामीणों को दूर रखकर अपने नापाक मसूंबों की पूर्ति के लिए सुनियोजित ढंग से आतंक कर रहे हैं। इसका अंत तय है, जिस तरह नक्सलियों के IED ब्लास्ट से बेकसूर और मासूम ग्रामीण आदिवासी मारे जा रहे हैं। वह घोर निंदनीय है। इसका खामियाजा उनको भुगतना पडे़गा। कलेक्टर ने कहा कि अर्बन नक्सलियों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज की जाएगी। बीजापुर की भोली-भाली जनता इनके नापाक मंसूबों को समझ चुकी है और विकास की ओर अपना कदम बढ़ा रही है। इसका ताजा उदाहरण ये है कि दो बार नक्सली बंद के आह्वान को आम जनता ने सिरे से नकार दिया। लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा निर्वाचन 2024 में भी लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। (Dantewada Naxalite Surrender)

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