BANDHAVGARH RESERVE ELEPHANTS DEATH : बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादवने कहा है कि सूबे के वन अधिकारियों को इस जीव की अधिक आबादी वाले राज्यों में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। उमरिया जिले में बीटीआर के खलील रेंज के अंदर सांखनी और बकेली में 29 अक्टूबर को 4 जंगली हाथी मृत पाए गए, जबकि 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो अन्य हाथियों की मौत हो गई थी।
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सीएम यादव ने हाथियों की मौत के बाद बीटीआर के दो सीनीयर अधिकारियों को लापरवाही के लिए सस्पेंड कर दिया है। मुख्यमंत्री ने इंदौर में मंगलवार रात मीडिया से कहा, “हम असम, कर्नाटक और केरल (Assam, Karnataka and Kerala) सरीखे राज्यों में अपने अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए भेजेंगे जहां हाथियों की आबादी ज्यादा है। हम हाथीयों के लिए एक स्पेशल टीम भी बना रहे हैं।” सीएम यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ऐसे इंतजाम करेगी कि जंगलों में हाथियों का संरक्षण हो और इस वन्य जीव के कारण इंसानी आबादी को कोई नुकसान भी न हो। ( BANDHAVGARH RESERVE ELEPHANTS DEATH)
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 100 ज्यादा हाथी
सीएम मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के जंगलों में हाथी आमतौर पर रहते नहीं थे, लेकिन बदलते दौर में उन्हें सूबे की आबो-हवा पसंद आ गई है। बांधवगढ़ से लेकर उमरिया तक के जंगलों में 100 से ज्यादा हाथी स्थायी रूप से रुक गए हैं।” यादव ने कहा कि हाथियों के संरक्षण के लिए मध्यप्रदेश सरकार पड़ोसी राज्यों से तालमेल बनाएगी और इस सिलसिले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनकी सोमवार को ही चर्चा हुई है। वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 10 मृत हाथियों के विसरा में ‘‘न्यूरोटॉक्सिन साइक्लोपियाजोनिक एसिड” पाया गया है। (BANDHAVGARH RESERVE ELEPHANTS DEATH)