विपक्षी दलों की बैठक में पहुंची 26 पार्टियां, कल NDA की मीटिंग में शामिल होंगे 38 दल

UPA Vs NDA Meeting: BJP और विपक्षी पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुट गई है। इस बीच भाजपा को हराने के लिए बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की दूसरी बैठक में 26 दल शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी चार्टर प्लेन से दोपहर बेंगलुरु पहुंचे। मीटिंग में महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला, नीतीश, लालू, अखिलेश, ममता समेत कई नेता भी पहुंच चुके हैं। पार्टी में फूट के बाद शरद पवार कल सीधे बैठक में शामिल होंगे।

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दूसरी तरफ BJP ने भी 18 जुलाई को शाम 4 बजे दिल्ली के अशोका होटल में NDA की बैठक बुलाई है। पार्टी अध्यक्ष JP नड्डा ने कहा कि इस मीटिंग में 38 दल शामिल हो रहे हैं। NDA की बैठक को लेकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे ताज्जुब है कि मोदी जी ने राज्यसभा में कहा था कि मैं सभी विपक्षियों पर अकेला भारी हूं। अगर वो सभी विपक्षियों पर अकेले भारी हैं तो वो NDA की मीटिंग में 30 पार्टियों को क्यों बुला रहे हैं। उन 30 पार्टियों का नाम तो बताएं। वे हमारी मीटिंग से घबरा गए हैं। (UPA Vs NDA Meeting)

वहीं दोनों की बैठक से तेलंगाना के CM चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के CM जगन मोहन रेड्डी, आंध्र के पूर्व CM चंद्रबाबू नायडू और ओडिशा के CM नवीन पटनायक ने दूरी बना रखी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक विपक्ष की कल से शुरू हो रही बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, राज्यवार गठबंधन, सीट शेयरिंग के अलावा महागठबंधन के नए नाम पर चर्चा हो सकती है। जानकारी के मुताबिक सभी दलों के साथ कॉर्डिनेशन के लिए एक संयोजक की नियुक्ति पर चर्चा होगी। इसके अलावा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए नेताओं का एक ग्रुप बनाने पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। (UPA Vs NDA Meeting)

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 2004 लोकसभा चुनाव के बाद जिस तरह UPA की चेयरपर्सन सोनिया गांधी बनी थीं, उसी तरह नए महागठबंधन में भी सर्वसम्मति से ऐसी नियुक्ति हो सकती है। कांग्रेस चाहती है कि विपक्षी दलों में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते उसे ही यह पद सौंपा जाए। सोनिया गांधी के नाम पर किसी भी दल को ऐतराज नहीं होगा, क्योंकि वो प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार नहीं होंगी। हालांकि दावा ये भी किया जा रहा है कि कांग्रेस इस पद को लेकर विवाद की स्थिति में पीछे भी हट सकती है। 23 जून को विपक्ष की पटना में हुई बैठक में कुछ दलों ने नीतीश कुमार को भी संयोजन बनाने की मांग रखी थी। हालांकि इस पर बात आगे नहीं बढ़ी। अब देखना होगा कि चेयरपर्सन का पद किसे मिलता है। (UPA Vs NDA Meeting)

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