
Opposition on Union Budget: केंद्रीय बजट को लेकर कांग्रेस और INDIA गठबंधन के सांसदों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि यह वही पुराना बजट है, जो हम पिछले 10 सालों से सुनते आ रहे हैं। इसमें न तो गरीब, न किसान और न ही मध्यम वर्ग को कुछ मिलता है। आज का बजट पिछले 10 सालों का सबसे कमजोर बजट रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से इस बारे में (12 लाख रुपये तक की आय पर कर छूट) कोई जानकारी नहीं दी, यह सरकार का पुराना तरीका है कि वे कुछ दिखाते हैं और जब हम विस्तार से देखते हैं, तो हमें पता चलता है कि कुछ नहीं मिला। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि ये भारत सरकार का बजट है या बिहार सरकार का।
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उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के पूरे बजट भाषण में क्या बिहार के अलावा किसी और राज्य का नाम सुना? जब आप देश के बजट की बात करते हैं तो उसमें पूरे देश के लिए कुछ होना चाहिए। यह दुखद है कि जिस बैसाखी पर सरकार चल रही है उसे स्थिर रखने के लिए देश के बाकी हिस्सों के विकास को दांव पर लगा दिया गया है। शिरोमणि अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव आने वाले हैं, उनके नाम सबसे ज्यादा लिए गए, बिहार फिर असम का नाम लिया। पंजाब का नाम भी नहीं लिया जहां किसान MSP की गारंटी के लिए धरने पर बैठे हैं। किसानों की लड़ाई को बिल्कुल भी नहीं सुना गया, इसलिए मुझे दुख है। (Opposition on Union Budget)
मध्यम वर्ग की सबसे बड़ी जीत: चतुर्वेदी
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैं कहूंगी कि यह मध्यम वर्ग की सबसे बड़ी जीत है, यह 240 सीटें पर आने की जीत है। पिछले 10 सालों से मध्यम वर्ग की मांग रही है कि हम अपनी सैलरी से ज़्यादा टैक्स देते हैं। आज आखिरकार उनकी मांगें सुनी गई हैं, इसलिए मैं इसका स्वागत करती हूं। बिहार के लोग सोच रहे होंगे कि अगर बिहार में हर साल चुनाव होते तो बेहतर होता। बिहार में चुनाव आ रहे हैं, यह दो तरह से पता चलता है जब ध्रुवीकरण शुरू होता है और जब आम आदमी के लिए बजट घोषित होता है। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में चुनाव है इसलिए सपना बेचने का काम जरूर हो रहा है, लेकिन आज किसानों,मजदूरों, गरीबों, छात्रों का जो हालत है, जो महंगाई के मार से पीस रहे हैं उनके लिए तो कुछ नहीं है। इस बजट से कुछ नहीं होने वाला। (Opposition on Union Budget)
किसानों को MSP नहीं दिया गया: शैलजा
कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि हमारे किसानों को MSP नहीं दिया गया, जो वो चाहते थे। वे परमाणु ऊर्जा की बात करते थे, लेकिन हमारे हरियाणा में परमाणु संयंत्र है लेकिन उस पर कुछ नहीं हो रहा है। कई मुद्दे हैं, गरीबों के लिए आवास, MNREGA पर कोई बात नहीं हुई। अभी बिहार और दिल्ली में चुनाव हैं तो उसी के लिए यह है, किसी और को कुछ नहीं दिया गया। हरियाणा को कुछ नहीं दिया गया। कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि इसमें किसी वर्ग को कुछ नहीं मिला। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश का नाम तक नहीं लिया… किसानों के लिए कुछ भी नहीं। किसान धरने पर बैठे हैं, उनकी बात, MSP की बात नहीं हुई, यह देश को डूबोने वाला बजट है। कांग्रेस सासंद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि हमें कोई भी विवरण देने से पहले बजट को देखना होगा, क्योंकि शैतान हमेशा विवरण में छिपा होता है… नए प्रस्तावों की भरमार है, लेकिन यह भी देखना होगा कि पिछले बजट में जो प्रस्ताव घोषित किए गए थे उनका क्या हुआ? (Opposition on Union Budget)
भाजपा सांसद राजीव प्रताप ने किया पलटवार
भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कि अगर वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने महसूस किया है कि बिहार को कुछ देना है तो किसी को क्या आपत्ति होनी चाहिए। हमें खुशी है कि एयरपोर्ट, मखाना बोर्ड आदि के जरिए बिहार के बारे में सोचा गया। मुझे लगता है कि बिहार की जनता प्रधानमंत्री के आभारी होगी। चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है, अच्छे काम के लिए हमेशा समय होता है। TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है। जैसा कि आप जानते हैं कि इस साल बिहार में चुनाव हैं, इसलिए उसे ध्यान में रखते हुए बिहार के लिए बजट पेश किया गया है। बिहार को सब कुछ दिया गया है। जुलाई 2024 में जब बजट पेश किया गया था, तब आंध्र प्रदेश और बिहार के लिए सब कुछ किया गया था। पिछले 10 सालों से भाजपा सत्ता में है बंगाल को कुछ नहीं मिला, यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। (Opposition on Union Budget)