विपक्षी दलों की बैठक कल, कांग्रेस ने केंद्र के अध्यादेश पर केजरीवाल का दिया साथ
Opposition Parties Meet: पटना के बाद विपक्षी दलों की बैठक कल और 18 जुलाई को बेंगलुरु में होगी। वहीं बैठक से एक दिन पहले कांग्रेस ने दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ हम संसद में AAP का समर्थन करेंगे। कल बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी एकता की मीटिंग में AAP भी शामिल होगी। कांग्रेस के फैसले पर AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि ये एक अच्छी पहल है।
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बता दें कि कांग्रेस के इस ऐलान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक हुई, जिसमें राघव चड्ढा, गोपाल राय, आतिशी पार्टी जैसे कई नेता मौजूद रहे। बैठक में आप ने तय किया कि वो विपक्ष की बैठक में शामिल होगी। 20 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है। केंद्र सरकार इस सत्र में 21 बिल लाने वाली है, जिसमें दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के अधिकार को लेकर 20 मई को लाया गया अध्यादेश भी शामिल है। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल इस अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष का समर्थन जुटा रहे हैं। (Opposition Parties Meet)
#WATCH कल संयुक्त विपक्ष की बैठक के लिए बेंगलुरु में तैयारियां चल रही हैं। उस बैठक में शामिल होने वाले विभिन्न नेताओं के पोस्टर लगाए गए। pic.twitter.com/iZWBHZAHXr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 16, 2023
इससे पहले 23 जून को पटना में बिहार के CM नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी। इसमें AAP समेत 17 दल शामिल हुए थे। तब बैठक में केजरीवाल ने कहा था कि कांग्रेस ने अगर अध्यादेश पर हमारा समर्थन नहीं किया तो हम विपक्ष की बैठक में नहीं आएंगे। कांग्रेस पार्टी की दिल्ली और पंजाब यूनिट AAP को समर्थन देने के खिलाफ थी। दिल्ली में पार्टी के नेता अजय माकन और पंजाब में पार्टी अध्यक्ष राजा वडिंग ने कहा था कि राज्य में हम जिसके खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्हें समर्थन क्यों दें। (Opposition Parties Meet)
जब आम जनता और देश हित पर कोई खतरा आता है तो कांग्रेस पार्टी विरोध करती है। सदन में कांग्रेस का यही इतिहास रहा है…जब भी देश और संविधान खतरे में आया है तो कांग्रेस ही सबसे पहले जंग छेड़ती है, यही हमारा उसूल है: दिल्ली अध्यादेश को लेकर कांग्रेस के AAP को समर्थन देने पर कांग्रेस… pic.twitter.com/0w4Ra45KAJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 16, 2023
वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने 29 मई को दोनों राज्यों के नेताओं के साथ मीटिंग की थी। मीटिंग से निकलकर दिल्ली और पंजाब के नेताओं ने कहा कि हमने समर्थन देने या नहीं देने का फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया है। अंतिम फैसला वही करेंगे। हालांकि विपक्षी दलों की बैठक से पहले कांग्रेस ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। दिल्ली अध्यादेश को लेकर कांग्रेस के AAP को समर्थन देने पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब आम जनता और देश हित पर कोई खतरा आता है तो कांग्रेस पार्टी विरोध करती है। सदन में कांग्रेस का यही इतिहास रहा है…जब भी देश और संविधान खतरे में आया है तो कांग्रेस ही सबसे पहले जंग छेड़ती है, यही हमारा उसूल है। (Opposition Parties Meet)
#WATCH विपक्षी गठबंधन मुद्दा रहित है। जो लोग एक दूसरे को कोसते थे वे मोदी जी की लोकप्रियता देखकर अपने सिद्धांतों को छोड़कर साथ काम करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ये सफल नहीं होंगे क्योंकि जब गठबंधन बिना विषय के होता है तो मेल नहीं हो सकता: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भोपाल pic.twitter.com/aoj7chALRn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 16, 2023