छत्तीसगढ़ में 149 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा हुई धान की खरीदी, सरकार ने 160 लाख मीट्रिक टन खरीदी का रखा था लक्ष्य

Paddy Purchase Record 2025: छत्तीसगढ़ में इस खरीफ सीजन में भी धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है। धान खरीदी के अंतिम दिन शाम 6.45 बजे तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 149 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य के 25 लाख 49 हजार पंजीकृत किसानों ने अब तक धान बेचा है। धान खरीदी के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 31 हजार 89 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। बता दें कि पिछले साल 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी।

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खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मीलिंग के लिए तेजी के साथ धान का उठाव किया जा रहा है। अभी तक 121 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी कर दिया गया है, जिसके एवज में 100 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। राज्य सरकार की ओर से इस खरीफ वर्ष के लिए 27 लाख 78 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था। इसमें 1 लाख 59 हजार नए किसान शामिल है। इस साल सरकार ने 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा था। हालांकि लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत 14 नवंबर 2024 को हुई थी, जो 31 जनवरी 2025 तक चली। (Paddy Purchase Record 2025)

15 फरवरी तक दी जाएगी अंतर की राशि

बता दें कि इस साल 2 हजार 739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान की खरीदी हुई। छत्तीसगढ़ सरकार 15 फरवरी तक धान खरीदी के मूल्य के अंतर की राशि किसानों को एकमुश्त देगी। इसका निर्णय कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। इसका लाभ राज्य के लगभग 27 लाख किसानों को होगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि खरीफ वर्ष 2022-23 की अंतर की राशि सुशासन दिवस यानी 25 दिसंबर 2023 को किसानों के खातों में अंतरित की गई थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस साल भी किसानों को समय पर भुगतान कर उनके हितों की रक्षा की जाएगी। (Paddy Purchase Record 2025)

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