राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना, कहा- मणिपुर को जलाना चाहते हैं प्रधानमंत्री

Rahul on PM Modi: संसद का मानसून सत्र खत्म होने के बाद राहुल गांधी ने दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि कल PM मोदी ने संसद में करीब 2 घंटे 13 मिनट तक बोला। अंत में उन्होंने मणिपुर पर 2 मिनट तक बात की। मणिपुर महीनों से जल रहा है, लोग मारे जा रहे हैं, बलात्कार हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री हंस रहे थे, चुटकुले सुना रहे थे। यह उन्हें शोभा नहीं देता। भारतीय सेना इस नाटक को 2 दिनों में रोक सकती है, लेकिन PM मणिपुर को जलाना चाहते हैं और आग को बुझाना नहीं चाहते हैं।

यह भी पढ़ें:- नाबालिग से दुष्कर्म करने वालों को मिलेगी मौत की सजा, गृहमंत्री शाह ने लोकसभा में पेश किया बिल

उन्होंने कहा कि 19 साल के अनुभव में मैंने मणिपुर में जो देखा-सुना, वैसा पहले कभी नहीं देखा। संसद में मैंने कहा था। PM और गृहमंत्री ने भारत माता की हत्या की है। मणिपुर में भारत को खत्म कर दिया है। ये खोखले शब्द नहीं हैं। मणिपुर में जब हमने मैतेई क्षेत्र का दौरा किया तो हमें स्पष्ट रूप से बताया गया कि अगर हमारे सुरक्षा दस्ते में कोई कुकी है तो उन्हें यहां नहीं लाया जाना चाहिए, क्योंकि वे उसे व्यक्ति को मार देंगे। जब हम कुकी क्षेत्र में गए तो हमें बताया गया कि हम अगर किसी भी मैतेई व्यक्ति लाएंगे, वे उसे गोली मार देंगे। तो यह एक राज्य नहीं है, दो राज्य हैं। राज्य की हत्या हो गई है और उसका हौसला बढ़ा दिया गया है। (Rahul on PM Modi)

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री कम से कम मणिपुर जा सकते थे, समुदायों से बात कर सकते थे और कह सकते थे कि मैं आपका PM हूं, आइए बात शुरू करें, लेकिन मुझे कोई इरादा नहीं दिखता। सवाल यह नहीं है कि क्या PM मोदी 2024 में प्रधानमंत्री बनेंगे, सवाल मणिपुर का है, जहां बच्चे, लोग मारे जा रहे हैं। मैं जानता हूं कि मीडिया नियंत्रण में है। राज्यसभा, लोकसभा टीवी नियंत्रण में है, लेकिन मैं अपना काम कर रहा हूं और करता रहूंगा। जहां भी भारत माता पर आक्रमण होगा, आप मुझे वहां उपस्थित और भारत माता की रक्षा करते हुए पाएंगे। (Rahul on PM Modi)

इधर, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने कभी नहीं सोचा था कि हम मणिपुर पर चर्चा के लिए सहमत होंगे। जैसा कि PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमें इस मुद्दे पर संवेदनशील होना चाहिए। आज भी राहुल गांधी ने क्या-क्या कहा है। मुझे लगता है कि राहुल गांधी अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उन्होंने जवाब नहीं सुना है। वह सदन में नहीं आए। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि तथाकथित सबसे पुरानी पार्टी इतना गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है। राजनीतिक कारणों से विपक्ष ने बिलों की चर्चा में भाग नहीं लिया, उन्होंने सिर्फ दिल्ली सेवा विधेयक में भाग लिया। (Rahul on PM Modi)

Related Articles

Back to top button