Raipur Municipal Corporation : नगरीय निकायों में वेतन की तंगी, फालतू खर्च कम करने का फरमान जारी

Raipur Municipal Corporation : पिछले कुछ महीनों से प्रदेश के नगर निगमों की आर्थिक स्थिति खराब चल रही है। एक-दो नगर निगमों में तो नवंबर से ही अपने अधिकारियों-कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ रहे हैं। नगरीय प्रशासन से राशि लेकर कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है। रायपुर, चिरमिरी, बिरगांव और राजनांदगांव में फरवरी का वेतन कर्मचारियों को समय पर नहीं मिला। रायपुर नगर निगम में दूसरे मद की राशि से दो-तीन माह से तनख्वाह दी जा रही है। फरवरी माह का वेतन 18 फरवरी को मिला। नगर निगमों की खस्ताहाल आर्थिक स्थिति को देखते हुए नगरीय प्रशासन विभाग ने अनावश्यक खर्चे में तत्काल कटौती करने का फरमान जारी किया है।

सूत्रों के मताबिक तीन दिन पहले मंत्रालय में नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेल मंगई ने निगमों के कमिश्नरों की बैठक ली थी। इस दौरान ने कमिश्नरों को दो टूक कहा कि जो फालतू खर्चे हो रहे हैं, उस पर तत्काल रोक लगाई जाए। सचिव ने यह भी कहा कि नगर निगम में प्लेसमेंट के कर्मचारी जो जरूरत से ज्यादा भरे गए हैं, उसे भी कम किया जाएगा। उन्होंने नगर निगम रायपुर को 10 करोड़ रुपए और चिरमिरी को करीब पांच करोड़ वेतन भुगतान करने के लिए निर्देश नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तत्काल नोटशीट चलाओ, शाम तक टेबल पर आ जानी चाहिए। बताया जाता है कि नोटशीट तो चल गई है, लेकिन अभी तक नगर निगम को राशि रिलीज नहीं हुई है।

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पिछले माह एफडी तोड़कर किया था वेतन भुगतान

सूत्रों के अनुसार जनवरी माह का वेतन नगर निगम प्रशासन ने एफडी तोड़कर किया था। लेकिन फरवरी में फिर वही स्थिति निर्मित हो गई। राजस्व वसूली से आए करीब तीन करोड़ रुपए में से जोनों और निगम मुख्यालय के स्थाई कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर दिया गया है, लेकिन प्लेसमेंट में तैनात छोटे कर्मचारियों को अभी तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है।

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