छत्तीसगढ़ में राज्यपाल से लेकर मंत्रियों और आम लोगों ने किया योग, CM भूपेश इस वजह से नहीं कर पाए योगासन

Yoga in Chhattisgarh: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ में राज्यपाल से लेकर मंत्रियों और आम जनता ने योग किया। हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अस्वस्थ होने के कारण इस बार योग नहीं कर पाए। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। CM भूपेश ने ट्वीट कर लिखा- आप सब जानते हैं कि मैं प्रतिदिन योग करता हूं। सभी साथियों की तरह प्रतिवर्ष मैं भी योग दिवस पर अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इस अभियान का हिस्सा बनता हूं, लेकिन इस बार थोड़ी अस्वस्थता के कारण योग नहीं कर पा रहा हूं। इसलिए आज की तस्वीर भी साझा नहीं कर पा रहा हूं। ठीक होते ही मैं पुनः योग शुरू करूंगा। आप सब प्रतिदिन योग करें, योग को अपनी दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा बनाएं।

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राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने राजभवन में आयोजित योग शिविर में हिस्सा लिया। उन्होंने राजभवन के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ मिलकर योगासन और प्राणायाम भी किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो भी उपस्थित थे। राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि योग भारत की एक प्राचीन कला है, जो हजारों सालों से अस्तित्व में है, लेकिन इसे जन ख्याति तब मिली जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2015 में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। तब से सारे विश्व में लोग न सिर्फ इसे जानने लगे हैं बल्कि लोगों में योग के प्रति रूचि भी बढ़ी है। (Yoga in Chhattisgarh)

उन्होंने कहा कि योग दिवस के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग के लाभ के बारे में जागरूकता आई है। राज्यपाल ने कहा कि योग आध्यात्मिक अनुशासन और अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित ज्ञान है जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। ये स्वस्थ जीवन जीने की कला है। उन्होंने कहा कि इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘योगा फॉर वासुधैव कुटुम्बंकम’ है। एक विश्व, एक परिवार के रूप में सबके कल्याण के लिए हम लोग एकत्रित होकर योगाभ्यास के इस महत्वपूर्ण यज्ञ में अपनी आहूति दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होकर पूरी दुनिया को योग का संदेश दे रहे हैं। (Yoga in Chhattisgarh)

राज्यपाल ने कहा कि इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हो रहे हैं। ये हमारे देश के लिए अत्यंत गौरव का क्षण है। उन्होंने कहा कि योग को आसन और प्राणायाम तक ही सीमित ना रखा जाए बल्कि योग की ध्यानावस्था में जाने की विधि को समझने के लिए मेडिटेशन की शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि योग हमारे शरीर और मन, विचार और कर्म, मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। यह स्वास्थ्य और कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। योग सिर्फ व्यायाम नहीं है बल्कि स्वयं के साथ-साथ विश्व और प्रकृति के साथ एकत्व खोजने का भाव है। (Yoga in Chhattisgarh)

वहीं योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि योगाभ्यास सिर्फ औपचारिकता न रहे बल्कि इसे अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। योग आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर नियमित रूप से निशुल्क योग शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। योगाभ्यास में विधिक सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, उपसचिव दीपक अग्रवाल सहित राजभवन के अधिकारियों, कर्मचारियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक आनंद साहू, भोजराज साहू के नेतृत्व में उनकी टीम ने योगाभ्यास कराया। राज्यपाल ने योग प्रशिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इधर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में योगाभ्यास कर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का सार्थक संदेश दिया। मंत्री लखमा ने प्राणायाम के साथ योग से जुड़े अन्य आसन का भी अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नियमित योग करने से शरीर स्वस्थ रहने के साथ ही ऊर्जावान बना रहता है। आज की भागदौड़भरी जीवनशैली में योग हमें आत्मिक शांति भी प्रदान करता है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग के मिनी स्टेडियम में योग किया।

आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों ने किया योग

वहीं प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में भी योग किया गया। साथ ही बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए योग, ध्यान और आसन के माध्यम से सही खानपान और उसके पाचन संबंधी जानकारियां भी दी गई। आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों को चुटकी बजाना, ताली बजाना, खेलना, कागज फाड़ना, रस्सी कूदना, उछलना, सीढ़िया चढ़ना, उतरना और हल्का व्यायाम सिखाया जा रहा है, जिसमें बच्चे का शारीरिक विकास होगा तो वही उसकी मांसपेशियों का विकास भी होगा। कुपोषण के खिलाफ गर्भवती, धात्री महिलाओं को भी योगाभ्यास और आयुष अभ्यास के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है। (Yoga in Chhattisgarh)

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