Chandrayaan 3 Moon : चांद पर तिरंगा, बस कुछ घंटों का इंतजार, इतिहास रचने को चंद्रयान-3 तैयार, पढ़ें पूरी खबर

Chandrayaan 3 Moon Landing Updates : भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 कुछ ही घंटों में इतिहास रचने वाला है. चंद्रयान-3 आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करते ही इतिहास रच देगा. ऐसे करते ही भारत दुनिया का पहला देश होगा जो चांद के दक्षिणी ध्रुवी क्षेत्र पर पहुंचेगा. कुछ दिन पहले इस कोशिश में रूस का लूना-25 नाकाम हो चुका है. ऐसे में भारत के चंद्रयान-3 मिशन की अहमियत बढ़ गई है. पूरी दुनिया की निगाहें इस मिशन पर है. चंद्रयान-3 की सफलता के लिए देश में पूजा और प्रार्थनाओं का दौर भी चल रहा है.

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(Chandrayaan 3 Moon Landing Updates) चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगेंगे. इस ड्यूरेशन को ’15 मिनट्स ऑफ टेरर’ यानी ‘खौफ के 15 मिनट्स’ कहा जा रहा है. अगर चंद्रयान-3 मिशन सफल होता है, तो भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बन जाएगा.

चंद्रयान-2 को लगभग 4 साल पहले 22 जुलाई 2019 को चंद्रमा की ओर भेजा गया था, लेकिन यह चांद की सतह पर सफल लैंडिंग करने में कामयाब नहीं हो पाया था. जब लैंडर चंद्रमा की सतह से सिर्फ 2 किलोमीटर दूर था, तब उसका संपर्क कंट्रोल रूम से टूट गया था. ऐसे में मिशन फेल हो गया. (Chandrayaan 3 Moon Landing Updates)

बता दे कि चंद्रयान-2 में एक ऑर्बिटर, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल थे. चंद्रयान-3 में एक लैंडर मॉड्यूल (LM), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर शामिल है. चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान स्पेक्ट्रो-पोलारिमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लैनेट अर्थ (SHAPE) नामक एक पेलोड ले जाएगा, जो पिछले मिशन में नहीं था. SHAPE चंद्रमा की सतह की स्टडी करेगा.

चंद्रयान-2 में लैंडर को खतरे का पता लगाने के लिए कैमरे नहीं थे. लेकिन इसरो ने गलती को सुधारते हुए चंद्रयान-3 के लैंडर में 2 बचाव कैमरे लगाए हैं. चंद्रयान-2 में केवल एक ही ऐसा कैमरा था और चंद्रयान-3 के कैमरे पिछली बार के मुकाबले अधिक मजबूत बनाए गए हैं.

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