मिशन 2023 की तैयारी में जुटी कांग्रेस, आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस निकालेगी महारैली

Chhattisgarh Congress News: छत्तीसगढ़ में मिशन 2023 के लिए दोनों प्रमुख दल कमर कस चुके हैं। चुनाव जीतने की होड़ अब साफ-साफ दिखने लगी है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार दौरे पर आईं कुमारी शैलजा ने राजीव भवन में मैराथन बैठक लीं। कांग्रेस कार्यकारिणी से लेकर ब्लॉक प्रमुखों तक को सुना और एक लाइन का निर्देश दिया कि मिलकर लड़ना है और हर हाल में मिशन 2023 जीतना है।

यह भी पढ़ें:- छत्तीसगढ़ में 71.41 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी, साढ़े 17 लाख से ज्यादा किसानों ने बेचा धान

छत्तीसगढ़ की नई कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा रायपुर आते ही छत्तीसगढ़ के मिजाज में ढल गई हैं। उन्होंने राजीव भवन में 7 घंटे से ज्यादा समय में 4 मैराथन बैठक ली। इन सभी बैठकों का सिर्फ एक ही उद्देश्य था, 2023 में कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में बनाया जाए। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार की योजनाओं को जन-जन तक ले जाया जाए। भाजपा के प्रोपेगेंडा का मुंहतोड़ जवाब देते रहें और एआईसीसी के कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करते रहें। (Chhattisgarh Congress News)

कुमारी शैलजा ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के मौजूदगी में कहा सत्ता और संगठन में बेहतर सामंजस्य होना चाहिए। इस बैठक के बाद ही ब्लॉक अध्यक्षों की शिकायत पर शिकायत कुमारी शैलजा को मिलने लगी। इस पर उन्होंने ब्लॉक अध्यक्षों को कहा कि आपको मान सम्मान जरूर मिलेगा। हालांकि उन्होंने ये भी कह दिया कि 100% किसी का काम नहीं होता। (Chhattisgarh Congress News)

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि आरक्षण संशोधन विधेयक के मुद्दे को लेकर 3 जनवरी को कांग्रेस रायपुर में महारैली का आयोजन करने जा रही है। इस पर बीजेपी ने पलटवार किया। कुमारी शैलजा ने अपने पहले ही दौरे में ब्लॉक अध्यक्षों से लेकर प्रदेश पदाधिकारियों से चर्चा कर यह संदेश जरूर दे दिया है कि कांग्रेस पार्टी के लिए सभी नेता कार्यकर्ता समान है और मिल जुलकर 2023 का चुनाव छत्तीसगढ़ में जीतना है। (Chhattisgarh Congress News)

बता दें कि कांग्रेस की नई प्रभारी कुमारी शैलजा के सामने आगे कई चुनौतियां हैं। दरअसल, BJP कांग्रेस से सत्ता छीनने की पूरी कोशिश छत्तीसगढ़ में करेगी। पुराने प्रभारियों ने तो बखूबी काम किया, जिसके बाद भूपेश सरकार आई। ऐसे में कांग्रेस पर परफॉरमेंस दोहराने का पूरा दबाव रहेगा। इसीलिए वो संगठन के हर स्तर तक पहुंच बनाने की कोशिश में हैं। बूथ लेवल तक शिकायतों को सुनने और उन्हें दूर करने की चुनौती है। क्योंकि उन्हें अभी छत्तीसगढ़ की राजनीति को समझना होगा। नए समीकरणों को पहचानना होगा, ताकि BJP की हर रणनीति की काट निकाली जा सके। (Chhattisgarh Congress News)

Related Articles

Back to top button