लोकसभा चुनाव से पहले JDU में बड़ा बदलाव, नीतीश कुमार फिर बने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष

Nitish Kumar New JDU Chief : जेडीयू की बैठक को लेकर बीते दिनों से जो अटकलें चल रही थीं। वो सच साबित हो गई हैं। आज दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम नीतीश की मौजूदगी में ललन सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की घोषण कर दी है। अब एक बार फिर से नीतीश कुमार जेडीयू की कमान संभालेंगे। इस्तीफा देने के दौरान ललन सिंह ने कहा कि चुनाव में अपनी व्यस्तता के चलते मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं। इससे पहले सीएम नीतीश और ललन सिंह एक साथ, एक गाड़ी से बैठक में पहुंचे थे। मीटिंग में पहुंचने से पहले ललन सिंह नीतीश के आवास पर मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान आधे घंटे तक बैठक चली।

सबसे पहले पार्टी की कमान (Nitish Kumar New JDU Chief) संभालने वाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार 2016 में शरद यादव की जगह पार्टी अध्यक्ष बने थे। उन्होंने 2020 में पद छोड़ दिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को कमान सौंप दी। जिसके बाद 2022 में ललन सिंह को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वहीं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने नीतीश कुमार से पार्टी और राष्ट्र के व्यापक हित में पार्टी की कमान संभालने का अनुरोध किया था। जिसे सभी ने तय किया था।

नीतीश कुमार के जदयू की कमान संभालने को गठबंधन के नेताओं के साथ-साथ राजद के लिए भी एक कड़ा संदेश माना जा रहा है। उन्हें एक कठिन सौदेबाज के रूप में जाना जाता है और ग्रैंड अलायंस में सीट बंटवारे का काम आसान नहीं होगा।

वहीं ललन सिंह के इस्तीफे पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि ललन सिंह ने स्वयं कहा कि चुनाव लड़ने के दौरान उन्हें लगातार बाहर रहना होगा। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाले। दोनों के बीच कोई कड़वाहट नहीं है। इससे पहले ललन सिहं के इस्तीफे के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन खुद ललन सिंह ने इस्तीफे की खबरों को खारिज किया था। वहीं सीएम नीतीश ने भी जेडीयू की इस बैठक को रूटीन मीटिंग करार दिया था। (Nitish Kumar New JDU Chief)

वहीं आरएलजेडी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार के कमान संभालने से जेडीयू को कोई बड़ा फायदा होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि पार्टी का काफी नुकसान पहले ही हो चुका है। वो जेडीयू को थोड़ी मजबूती दे सकते हैं।

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