G20 Summit 2023: भारत मंडपम में PM मोदी के बोर्ड पर नजर आया भारत, जाने क्या है इसके मायने

G20 Summit 2023: दिल्ली में इस वक्त G-20 सम्मेलन की बैठक चल रही है. इस बैठक में 20 देशों के ताकतवर नेता हिस्सा ले रहे हैं. इस बीच पीएम मोदी की एक तस्वीर भारत मंडपम से सामने आई है. उनके सामने एक बोर्ड रखा है, जिस पर इंडिया की जगह भारत लिखा हुआ है.

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से देश में भारत बनाम इंडिया पर बहस शुरू हुई है. ऐसे में पीएम मोदी की यह तस्वीर देश और दुनिया को अहम संदेश दे रही है. हिंदुस्तान अपने प्राचीन नाम के साथ आगे बढ़ना चाहता है.

यह भी पढ़े :- G20 Summit Live: G20 नहीं G21 कहिए, सम्मेलन में PM Modi ने किया ऐलान, कहा- साथ मिलकर चलने का समय है

इस पूरे विवाद की शुरुआत मंगलवार को उस वक्त हुई जब जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) के रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा गया. निमंत्रण पत्र के सामने आने के बाद विपक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश का नाम इंडिया शब्द के इस्तेमाल को बंद कर केवल भारत कहे जाने की योजना बना रही है.

(G20 Summit 2023) देश में चल रहे ‘इंडिया बनाम भारत’ के विवाद के बीच संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने इस मामले पर टिप्पणी की है. यूएन अधिकारी ने कहा है कि जब उन्हें नाम बदलने को लेकर किसी तरह का अनुरोध मिलेगा तब यूएन उस पर विचार करेगा.

अफ्रीकी यूनियन को बनाया गया G20 का सदस्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया कि आप सभी की सहमति के साथ आज से अफ्रीकी यूनियन जी20 का स्थायी सदस्य बनने जा रहा है. उनके इस ऐलान के साथ ही तमाम नेताओं ने तालिया बजाई. विदेश मंत्री एस जयशंकर अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमनी को साथ लेकर आए और पीएम मोदी ने उन्हें गले लगाकर इसके लिए बधाई दी.

भारत से लेकर अरब-यूरोप तक होगी कनेक्टिविटी

लिहाजा अरब देशों में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमेरिका और भारत विशाल रेलवे प्रोजेक्ट ला रहा है. इस मेगा प्लान में भारत, अमेरिका, UAE और सऊदी अरब तो शामिल हैं ही. कहा ये भी जा रहा है कि इसका सुझाव सबसे पहले इज़राइल की ओर से आया. ऐसे में अगर सऊदी अरब और इजराइल के बीच संबंध सामान्य हुए तो भविष्य में वो भी इस परियोजना का हिस्सा हो सकता है. यही नहीं इजराइल के बंदरगाहों के जरिए इसे यूरोप से भी जोड़ा जा सकेगा.

Related Articles

Back to top button