इस देश की PM ने दिया इस्तीफा, भारतवंशी हो सकता है अगला ‘प्रधान’

UK PM Resigns: लिज ट्रस ने यूनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक 24 घंटे पहले तक लिज ट्रस प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने से इनकार कर रहीं थी, लेकिन पार्टी के दबाव में उन्हें झुकना पड़ा। हालांकि पार्टी का अगला नेता चुने जाने तक वो पद पर बनीं रहेंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय मूल के ऋषि सुनक अगले PM हो सकते हैं। इस पद का सबसे बड़ा और काबिल दावेदार उन्हें ही बताया जा रहा है। बुधवार को कई नेताओं ने सुनक के अगस्त में दिए बयान की याद दिलाई। तब ऋषि ने कहा था- लिज टैक्स कटौती का चुनावी वादा कर रही हैं, ये इकोनॉमी को तबाह कर देगा, जो सच साबित हुई।

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बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री क्वासी वारटेंग और जेरेमी हंट दोनों ही नए पार्टी लीडर की रेस से खुद को बाहर बता चुके हैं। अब सबसे तगड़ा दावा भारतीय मूल के ऋषि सुनक का माना जा सकता है। बुधवार को ही एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्रिटेन के लोगों और कंजर्वेटिव पार्टी के कई सांसदों की सोच ये है कि सितंबर में सुनक को ही प्रधानमंत्री बनाया जाना था। लिज को गलत चुना गया। अब सवाल ये उठता है कि क्या ऋषि सुनक दोबारा इस रेस में शामिल होंगे या नहीं। इसकी बड़ी वजह ये है कि पार्टी और देश की सियासत में 15 दिन से उथलपुथल मची थी और ऋषि शांत थे। (UK PM Resigns)

पूर्व मंत्री मॉरडेन्ट भी रेस में शामिल हो सकती हैं। वैसे भी लिज के चुने जाने के पहले सांसदों ने जो वोटिंग की थी, उसमें सबसे ज्यादा वोट सुनक को ही मिले थे, लेकिन जब दो कैंडिडेट यानी लिज और सुनक बचे तो फैसला कंजर्वेटिव पार्टी के मेंबर्स ने किया। इसमें लिज ने बाजी मार ली। सुनक पहले ही आगाह कर रहे थे कि लिज जो चुनावी वादे कर रहीं है, वो ब्रिटेन की इकोनॉमी को तबाह कर देंगे। PM पद के चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी के मेंबरों की वोटिंग में हारने वाले ऋषि सुनक फिलहाल वेट एंड वॉच की नीति अपनाए हुए हैं। सुनक ने अक्टूबर में होने पार्टी कंजरवेटिव पार्टी की सालाना बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। (UK PM Resigns)

ऋषि सुनक ने सार्वजनिक बयानों से किनारा कर लिया है। उन्होंने आखिरी ट्वीट 8 सितंबर को किया था। माना जा रहा है कि सुनक समर्थकों के साथ रणनीति में जुटे हैं। क्योंकि सुनक के पास ट्रस से ज्यादा सांसदों का समर्थन है। सांसदों की फाइनल वोटिंग में सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 137 जबकि ट्रस को 113 सांसदों के वोट मिले थे। टैक्स में कटौती और सेंट्रल बैंक से लोन लेने की ट्रस नीति यानी ट्रसोनोमिक्स परी कथा के समान है।

दो महीने पहले ही दिया था ये बयान

2 महीने पहले सुनक ने इलेक्शन कैम्पेन के दौरान कहा था कि हम सभी भारत के साथ ट्रेड और काम करने की अपॉरचुनिटी के बारे में जागरूक हैं। दोनों देशों के रिलेशन में बदलाव लाना होगा। यहां के लोग भारत से बहुत कुछ सीख सकते हैं। UK के स्टूडेंट्स के लिए भारत जाना आसान होना चाहिए। वो भारत जाएं और वहां के कल्चर और लोगों को जानें। भारत और UK की कंपनियों को एक साथ काम करने में आसानी हो। सिर्फ एकतरफा व्यापार न हो। चीन से ब्रिटेन की नेशनल सिक्योरिटी और इकोनॉमी को खतरा है। लंबे वक्त से हम इसका सामना कर रहे हैं। हमें बेहद अलर्ट रहने की जरूरत है। PM बनने के बाद मैं जनता और देश को सुरक्षित रखने के लिए जो कुछ करना पड़ेगा वह करुंगा। बतौर प्रधानमंत्री ये मेरी जिम्मेदारी भी होगी। (UK PM Resigns)

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बता दें कि ब्रिटेन PM बनने के लिए ऋषि सुनक के सामने सबसे बड़ी चुनौती कंजर्वेटिव पार्टी में अपनी लीडरशिप तैयार करने की रहेगी। दरअसल, कंजर्वेटिव पार्टी में नेता चुनने की प्रक्रिया में एक कमेटी शामिल होती है। इस कमेटी के सदस्य पार्टी के सांसद ही होते हैं। प्रॉसेस में तीन फेज होते हैं। नॉमिनेशन, एलिमिनेशन और फाइनल सेलेक्शन। सुनक नॉमिनेशन राउंड में सबसे आगे रहे थे। एलिमिनेशन राउंड (फर्स्ट और सेकंड बैलेट) में भी वे टॉपर रहे। आखिर में पार्टी के करीब 2 लाख मेंबर्स बैलेट वोटिंग से PM का नाम तय करते हैं। पिछली बार सुनक इसी मामले में लिज ट्रस से पीछे रह गए थे और यही डिसाइडर था।

सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति पर टैक्स चोरी के आरोप

जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति पर टैक्स चोरी के आरोप हैं। अक्षता इंफोसिस के को- फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं। ब्रिटेन में रहने के बाद भी अक्षता ने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी है। इस वजह से वह एक ब्रिटिश नागरिक नहीं हैं। ब्रिटिश कानून के मुताबिक अक्षता को ब्रिटेन के बाहर से होने वाली कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे ऋषि सुनक भारत से रिश्तों में पॉजिटिव चेंज लाना चाहते हैं। वो चाहते हैं कि भारत और UK के स्टूडेंट्स को एक-दूसरे देश आने-जाने में परेशानी न हो। इसके अलावा कंपनियां भी आसानी से ट्रेड कर सकें। भारत UK संबंध अहम हैं। हम दोनों देशों के बीच घरेलू रिश्ते बनाना चाहते हैं। ब्रिटेन को भारत से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। (UK PM Resigns)

चीन के खिलाफ है सुनक 

ब्रिटिश प्रधानमंत्री का पद संभालने के लगभग 45 दिन बाद ही लिज ट्रस की कुर्सी चली गई है। इस बीच नए PM की रेस में भारतवंशी सांसद ऋषि सुनक की दावेदारी और मजबूत हो गई है। देश में सटोरियों का भी मानना है कि सुनक अगले PM बन सकते हैं। भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। सुनक का भारत से गहरा संबंध है। उनकी शादी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है। 2015 में पहली बार ब्रिटिश संसद पहुंचे सुनक ने ब्रेक्जिट का पुरजोर समर्थन कर टोरी पार्टी में जगह बनाई। उन्होंने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की बोरिस जॉनसन की रणनीति का समर्थन किया था। ऋषि सुनक ने चीन पर सख्त रुख दिखाया है। सुनक ने कहा कि बिल्कुल साफ हो चुका है कि चीन हमारे देश और दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है। अगर मैं PM बनता हूं तो पहले दिन से चीन के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। (UK PM Resigns)

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