Ukraine Crisis : भारतीयों को निकालने के लिए 4 मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश होंगे रवाना
Ukraine Crisis : यूक्रेन संकट के बीच भारतीयों की घर वापसी को लेकर केंद्र सरकार कई उपाय कर रही है। इस बीच पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में केंद्र ने 4 केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला किया है। ताकि युद्ध प्रभावित राष्ट्र (Ukraine Crisis) से छात्रों की सुरक्षित निकासी में समन्वय हो और उन्हें सहायता प्रदान की जा सके।
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भारत के विशेष दूत के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों का दौरा करेंगे।
ऑपरेशन गंगा के तत्वावधान में, केंद्र सरकार अपने खर्च पर हंगरी, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया से भारतीयों को निकालने का लक्ष्य बना रही है क्योंकि यूक्रेन ने नागरिक उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। अब तक, लगभग 1156 नागरिकों को लेकर 5 निकासी उड़ानें भारत पहुंच चुकी हैं। 249 भारतीयों के साथ बुखारेस्ट से नवीनतम उड़ान कुछ घंटे पहले राष्ट्रीय राजधानी में उतरी।
फंसे हुए नागरिकों की सुरक्षा पर केंद्रित है भारत
भारत अब तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस-यूक्रेन युद्ध से संबंधित दो प्रस्तावों पर मतदान से दूर रहा है। इस बीच जारी जंग के बीच पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति और यूक्रेन के राष्ट्रपति से बात की है। पुतिन के साथ अपनी चर्चा के दौरान, पीएम ने दोहराया कि रूस और नाटो समूह के बीच मतभेदों को केवल ईमानदार बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है।
राजनयिक वार्ता के रास्ते पर लौटने के लिए सभी पक्षों से ठोस प्रयासों का आह्वान करते हुए उन्होंने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के बारे में भी चिंता जताई।