Union Minister Mandaviya: केंद्रीय श्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया आज यानी 13 नवंबर को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के दौरे पर रहेंगे। वे जशपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ जनजातीय गौरव दिवस पर माई भारत यूथ वालंटियर्स के साथ पदयात्रा में शामिल होंगे। इसके बाद डॉ. मांडविया शाम 4 बजे एयरस्ट्रिप आगडीह से रवाना होकर शाम 5 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहा से वे शाम 6 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। डॉ. मांडविया रात 8.15 बजे दिल्ली पहुंचेंगे।
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डॉ. मनसुख मांडविया जशपुर में एक विशेष पदयात्रा का नेतृत्व करेंगे। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मंत्री भी शामिल होंगे। पदयात्रा का आयोजन भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान का सम्मान करना है। इस अवसर पर 10 हजार से ज्यादा माई भारत यूथ वालंटियर्स भाग लेंगे, जो आदिवासी विरासत की रक्षा, समावेशिता को बढ़ावा देने और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित होंगे। पदयात्रा कोमड़ो गांव से शुरू होकर लगभग 7 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए रणजीत स्टेडियम में खत्म होगी, जिसमें युवा, आदिवासी नेता और समुदाय के सदस्य एकजुट होंगे। (Union Minister Mandaviya)
शिल्प कौशल का प्रदर्शन
कार्यक्रम की शुरुआत भारत की स्वतंत्रता में आदिवासी नेताओं के योगदान को दर्शाने वाले सांस्कृतिक अभिनय और आदिवासी विरासत की प्रचुरता को दर्शाने वाले नृत्यों से होगी। इस पदयात्रा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के अनुरूप वृक्षारोपण से होगी। पदयात्रा के दौरान एक प्रदर्शनी स्थल पर ऐतिहासिक आदिवासी आंदोलनों, आदिवासी नायकों को श्रद्धांजलि और भारत के आदिवासी समुदायों की अनूठी कलात्मकता और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। पदयात्रा के मार्ग के ठहराव स्थलों पर आदिवासी संस्कृति, सुंदर रंगोली कलाकृतियां, पेंटिंग और पारंपरिक आदिवासी कला का उत्सव मनाने वाले नाटकों का प्रदर्शन किया जाएगा। (Union Minister Mandaviya)
पदयात्रा के मुख्य आकर्षण
सीधी प्रसारित कार्यशालाएं उपस्थित लोगों को आदिवासी नृत्य, संगीत और साहित्य के साथ एक परस्पर अनुभव प्रदान करेंगी। जबकि आदिवासी खाद्य पदार्थों का चयन उनके स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताएगा। सांस्कृतिक समृद्धि का उत्सव मनाते आदिवासी नृत्य और संगीत का आयोजन किया जा रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी नेताओं के योगदान को दर्शाते हुए आदिवासी नृत्य और सांस्कृतिक का प्रदर्शन किया जाएगा। ऐतिहासिक आदिवासी आंदोलनों, आदिवासी नायकों को श्रद्धांजलि और आदिवासी समुदायों की कला समेत शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। जागरूकता कियोस्क के तहत सरकारी योजनाओं और महिला लाभार्थियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। (Union Minister Mandaviya)
- कला कार्यशालाएं- रंगोली, पेंटिंग, और आदिवासी कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्यशालाएं।
- युवाओं के योगदान का उत्सव – माय भारत पोर्टल और एनवायकेएस उपलब्धियां दर्शाना। (Union Minister Mandaviya)
- आदिवासी नेताओं को श्रद्धांजलि – प्रतिभागी प्रमुख आदिवासी हस्तियों की वेशभूषा में होंगे।
- आदिवासी उत्कृष्टता का सम्मान – पद्म पुरस्कार विजेताओं का अभिनंदन और पारंपरिक खेलों का प्रोत्साहन।
- आदिवासी भोजन- स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के आदिवासी खाद्य पदार्थ परोसना।
इस आयोजन का उद्देश्य आदिवासी विरासत और संस्कृति की गहन समझ को बढ़ावा देना और सरकारी कल्याणकारी पहलों में आदिवासी समुदाय को सक्रिय रूप से शामिल करना है। युवाओं को भारत की समृद्ध आदिवासी विरासत से जुड़ने, समझने और उसका सम्मान करने का अवसर देने के लिए युवा कार्यक्रम विभाग माई भारत पोर्टल के माध्यम से देशभर के युवाओं को इस पदयात्रा में शामिल होने का आमंत्रण देता है। युवा कार्यक्रम विभाग देशभर के युवाओं को www.mybharat.gov.in पर माय भारत पोर्टल पर पंजीकरण करके और आदिवासी विरासत की अपनी समझ को गहरा करने और अपनी आदिवासी विरासत का सम्मान करने के लिए इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है। संविधान के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक साल तक चलने वाले उत्सव में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के अंतर्गत माय भारत, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को अपनाने और प्रदर्शित करने के लिए पूरे भारत में पदयात्राओं का आयोजन करेगा। (Union Minister Mandaviya)