रायपुर : राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) ने छत्तीसगढ़ के कांकेर मेडिकल कॉलेज को MBBS की 100 सीटों पर प्रवेश देने की अनुमति दे दी है। इस मेडिकल कॉलेज को पिछले वर्ष ही मान्यता मिली थी। वहीं महासमुंद और कोरबा मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की मान्यता के आवेदन रद्द कर दिए गए हैं।
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स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि ‘कांकेर में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की स्वीकृति मिल गई है। 100 MBBS सीटों वाला यह कॉलेज, मेडिकल विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा।’ अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने कांकेर, कोरबा और महासमुंद में नए बने मेडिकल कॉलेजों में MBBS की 100-100 सीटों पर प्रवेश के लिए आयोग की अनुमति मांगी थी।
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मेडिकल असेसमेंट रेटिंग बोर्ड और यूजी एक्सपर्ट मेडिकल ग्रुप ने 23 और 24 अगस्त को तीनों मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण किया था। इसमें कुछ कमियां पाई गई थीं। कमेटी ने इसमें सुधार के लिए 21 दिन का वक्त दिया था। महासमुंद मेडिकल कॉलेज ने 18 अक्टूबर को ऑनलाइन प्रजेंटेशन दिया। लेकिन बात नहीं बनी। अब महासमुंद और कोरबा मेडिकल कॉलेज को MBBS सीटों पर प्रवेश के लिए अगले सत्र तक का इंतजार करना होगा।
मेडिकल कॉलेजों में ये कमियां पाई गईं
मेडिकल असेसमेंट रेटिंग बोर्ड और यूजी एक्सपर्ट मेडिकल ग्रुप ने बताया है, मेडिकल कॉलेज में एनाटॉमी के प्रोफेसर की नियुक्ति नहीं है। रेस्पिरेटरी मेडिसिन, फोरेंसिक मेडिसिन, फिजियोलॉजी जैसे कुछ विभागों में एसोसिएट प्रोफेसर के पद खाली हैं। प्रयोगशाला में भी कुछ कमियां दूर नहीं हो पाई थीं।
प्रदेश में अब 8 सरकारी मेडिकल कॉलेज
प्रवेश की मान्यता के साथ छत्तीसगढ़ में अब सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। छह मेडिकल कॉलेजों में पहले से ही MBBS की पढ़ाई चल रही थी। इस साल सरकार ने दुर्ग के निजी मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण किया। तब यह संख्या बढ़कर 7 हुई। अब कांकेर के मेडिकल कॉलेज में भी प्रवेश की मान्यता मिल गई है। इससे पहले रायपुर, रायगढ, राजनांदगांव, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और दुर्ग में MBBS की पढ़ाई कराई जा रही थी।