AICC Meeting on Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में 5 साल तक राज करने के बाद भी कांग्रेस को करारी हार मिली है। इस हार की समीक्षा 8 दिसंबर यानी कल AICC में होगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव केसी वेणुगोपाल हार की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, पूर्व CM भूपेश बघेल समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे। बैठक में प्रदेश की स्थिति से लेकर विधानसभावार विधायकों के हारने की क्या वजह रही ?, डिप्टी CM टीएस सिंहदेव समेत मंत्रियों के हारने का क्या कारण रहा है? इन सभी विषयों पर चर्चा होगी।
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बता दें कि कांग्रेस पार्टी को सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। जबकि 2018 में सभी 14 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था। ऐसे में संभावना है कि सरगुजा संभाग के बड़े कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। दो तिहाई सीटों पर भाजपा को बहुमत मिला है। भाजपा ने 54 कांग्रेस को 35 सीटें मिली हैं। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 1 सीट पर जीत दर्ज की है। सबसे बड़ा झटका सरगुजा और रायपुर में कांग्रेस को लगा है। यहां सभी सीटें कांग्रेस के हाथ से निकल गई हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के 9 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है। उपमुख्यमंत्री रहे TS सिंहदेव को अंबिकापुर से शिकस्त मिली। (AICC Meeting on Chhattisgarh)
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लोग आज हार की समीक्षा के लिए दिल्ली जा रहे हैं… लेकिन दिल्ली को हार की समीक्षा से ज्यादा रुचि पांच सालों के हिसाब- किताब में रहती है….. पर शायद कांग्रेस की बैलेंस शीट फरार है ।@INCChhattisgarh
— Ajay Chandrakar (Modi Ka Parivar) (@Chandrakar_Ajay) December 7, 2023
आरंग से शिवकुमार डहरिया, नवागढ़ से गुरु रुद्र कुमार, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, दुर्ग ग्रामीण से ताम्रध्वज साहू, साजा से रविंद्र चौबे, सीतापुर से अमरजीत भगत, कोरबा से जयसिंह अग्रवाल और कोंडागांव से मोहन मरकाम को हार झेलनी पड़ी है। छत्तीसगढ़ में पोस्टल बैलेट के नतीजों ने ये साफ कर दिया है कि अधिकारी-कमर्चारियों ने भी सरकार का साथ नहीं दिया। अपनी वेतन विसंगति, DA समेत कई मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन ने आंदोलन किया था, तब सरकार ने उनकी मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाया था और आंदोलन खत्म करा दिया था, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया था। ऐसे में कर्मचारियों के साथ ही परिवार के सदस्यों ने भी सरकार के खिलाफ वोट कर लिया। इस तरह कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ा। (AICC Meeting on Chhattisgarh)
#Delhi: 3 राज्यों में विधानसभा हार के बाद कांग्रेस की समीक्षा बैठक
8 दिसंबर को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को लेकर होगी बैठक, दोपहर…@INCIndia #Congress #SachBedhadak pic.twitter.com/CKWc5nyTQ9
— Sach Bedhadak (@SachBedhadak) December 7, 2023