नवा रायपुर प्रभावित किसान कल्याण समिति का धरना प्रदर्शन जारी, 11 गांवों की बसाहट का सर्वे आज
Farmers Welfare Committee’s: नवा रायपुर (अटल नगर ) प्रभावित किसान कल्याण समिति अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर 38 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। समिति सचिव कामता प्रसाद रात्रे ने बताया कि प्रभावित गांवों से बढ़ी संख्या में किसान परिवार प्रदर्शन में शामिल हुए। बुधवार को किसान आंदोलन स्थल पर प्रभावित गांवों से किसान, मजदूर, महिलाएं, युवा, सरपंच गण, जनपद सदस्य गण, जिला पंचायत सदस्य एवं स्कूली बच्चों द्वारा भाषण, गीत, कविता, देश भक्ति गीत एवं पारम्परिक लोकगीतों पर नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
अध्यक्ष रूपन लाल चंद्राकर ने बताया, शासन-प्रशासन द्वारा अधिकारियों की टीम गठित की गई है, जो सरपंच की उपस्थिति में 10 फरवरी से 11 गांवों में सर्वे करेंगे। धरना प्रदर्शन के दौरान 26 जनवरी को किसानों ने दिल्ली किसान आंदोलन के तर्ज पर नवा रायपुर में विशाल ट्रेक्टर रैली निकाल कर अपना विरोध जताया।
छत्तीसगढ़ की नवा रायपुर में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Welfare Committee’s) थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं । 3 फरवरी को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे के बीच पुलिस की सख्ती के बावजूद किसानों ने पैदल मार्च किया था। हालांकि राहुल गांधी के वापस दिल्ली लौट जाने के बाद देर शाम किसानों से मुलाकात की है, लेकिन बातचीत का कोई हल नहीं निकल पाया है।
साल 2013 में सरकार द्वारा गठित सशक्त कमेटी की 12वें बैठक में आदेशित निर्णय
- सन्- 2005 से स्वतंत्र भू क्रय- विक्रय पर लगे प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से हटाने हेतु।
- प्रभावित 27 ग्रामों को घोषित नगरीय क्षेत्र की अधिसूचना निरस्त हेतु।
- सम्पूर्ण ग्रामीण बसाहट का पट्टा दिया जाए।
- प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक वयस्क ( 18 साल से ऊपर) को 1200 वर्ग फीट विकसित भूखण्ड का वितरण।
- आपसी सहमति/ भू- अर्जन,1894 के तहत अर्जित भूमि के अनुपात में नि: शुल्क आबंटन।
- अर्जित भूमियों पर वार्षिकी राशि का भुगतान तत्काल दिया जाए।
- सशक्त समिति की 12वीं बैठक के निर्णयों का पूर्णतया पालन हो।
- मुआवजा प्राप्त नहीं हुए भू- स्वामियों को 4 गुणा मुआवजा का प्रावधान हो।