
गरियाबंद: विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई बजरंग दल द्वारा शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में शौर्य जागरण यात्रा और त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। नगर के हृदय स्थल गांधी मैदान से प्रारंभ हुई इस यात्रा में सैकड़ों बजरंगियों ने भाग लिया और नगर के प्रमुख मार्गों पर शक्ति प्रदर्शन किया। जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारों से पूरा नगर गूंज उठा।
धर्म रक्षा का संकल्प और समाज सेवा का संदेश
कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्याध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा ने कहा:- बजरंग दल केवल एक संगठन नहीं, बल्कि धर्म रक्षा और समाज सेवा के लिए समर्पित एक सशक्त आंदोलन है। जो भी समाज और देश के साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास करेगा, उसके लिए बजरंग दल यमराज के समान साबित होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू धर्म में जाति-पाति का कोई स्थान नहीं और सभी को संगठित होकर धर्म और राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित होना चाहिए।
त्रिशूल दीक्षा: धर्म रक्षा की शपथ
बजरंग दल प्रांत सहसंयोजक शुभम नाग ने संगठन की भूमिका और उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कार्यकर्ताओं को इसके महत्व से अवगत कराया। प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख यशपाल राणा ने सभी उपस्थित बजरंगियों को हिंदू धर्म, राष्ट्र और बहन-बेटियों की रक्षा की शपथ दिलाई। इस दौरान बजरंगियों ने त्रिशूल धारण कर धर्म रक्षा और समाज सेवा का संकल्प लिया।
भगवान राम और भारत माता के जयकारों से गूंजा गरियाबंद
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और भगवान राम एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अतिथियों का अंग वस्त्र भेंट कर सम्मान किया।
संघ और बजरंग दल के प्रमुख पदाधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर संघ से जुड़े सत्य प्रकाश मानिकपुरी, भूपेन्द्र साहू, केशर निर्मलकर, सनत पटेल सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला सहमंत्री निखिल यादव ने किया।
भविष्य में और भव्य आयोजन का आह्वान
कार्यक्रम के समापन पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष प्रकाश निर्मलकर ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बताते हुए सभी कार्यकर्ताओं और हिंदू समाज से आने वाले आयोजनों को और भव्य बनाने का आह्वान किया।
क्या है बजरंग दल की अगली रणनीति?
गरियाबंद में इस विराट आयोजन के बाद अब सवाल उठता है कि बजरंग दल की अगली रणनीति क्या होगी? आने वाले समय में संगठन किन मुद्दों पर आगे बढ़ेगा और हिंदू समाज को संगठित करने के लिए कौन-कौन से बड़े अभियान चलाए जाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।