गांव में बनाया जा रहा था फर्जी श्रम कार्ड, जांच के दायरे में तीन महिलाएं

Koundkera Fake Labor Card: राजिम के कौंदकेरा गांव में फर्जी श्रम कार्ड बनाने का मामला सामने आया है। तीन महिलाएं अपने आप को केंद्र सरकार का कर्मचारी बताकर ग्रामीणों का फर्जी श्रम कार्ड बनाने के काम में लगे हुए थे। महिलाओं द्वारा कार्ड बनाने के लिए ग्रामीणों से 500 से लेकर 1000 रुपए तक लिया जा रहा था। ग्रामीणों का आरोप है कि ये महिलाएं लोगों को आवास दिलाने की बात कहकर उनसे फॉर्म भरवा रहे थे। (Koundkera Fake Labor Card)

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ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार और श्रम विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए थे। वहीं ग्रामीणों की शिकायत के बाद अब अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि इलाके में ये तीन महिलाएं ही अकेली नहीं है, ऐसा फर्जीवाड़ा करने वाला एक रैकेट क्षेत्र में सक्रिय हो सकता है। जानकारी के मुताबिक गांव के पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणों ने तीनों महिलाओं को बंधक बनाकर रखा था। इसके बाद राजिम पुलिस समेत प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस उन्हें थाने ले गई है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। (Koundkera Fake Labor Card)

ग्रामीणों ने बताया कि ये तीनों महिलाएं अपने आपको केंद्रीय कर्मचारी होने का दावा कर रही थी। और ग्रामीणों से राशन कार्ड, पीएम आवास दिलाने, श्रम कार्ड बनाने आदि के एवज में पैसे की मांग कर रही थी। जिसके बाद गांव के जागरूक ग्रामीणों ने एक होकर पहले तो उनसे इस मामले में उनकी जानकारी मांगी, जिस पर वे गोलमाल जवाब देने लगी। इसके बाद ग्रामीणों को शक हुआ और उन्होंने तीन महिलाओं को बंधक बना लिया। कौंदकेरा के सरपंच गणेश डहरिया और ग्रामीणों ने बताया कि 3 महिलाओं ने गांव में पिछले 2-3 दिनों से शिविर लगाकर रखा था। तीनों महिलाओं के नाम अनीता निषाद निवासी सेमहरा, जमना साहू निवासी लोहरसी और रामकुमारी साहू निवासी सहसपुर हैं। (Koundkera Fake Labor Card)

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