भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को मतदान, 8 दिसंबर को मतों की गिनती
Bhanupratappur By Election: छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक मनोज मंडावी के निधन से रिक्त हुए भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए उप निर्वाचन के लिए तिथि की घोषणा कर दी गई है। कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विधानसभा उप निर्वाचन के लिए 5 दिसम्बर को वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती 8 दिसम्बर को की जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही कांकेर जिले में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है।
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छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने आज मुख्य पदाधिकारी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि भानुप्रतापपुर विधानसभा उप निर्वाचन के लिए 10 नवंबर को अधिसूचना का प्रकाशन किया जाएगा। नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 17 नवंबर होगी। नामांकन दाखिले की समाप्ति के बाद 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी। उम्मीदवार 21 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे। उप निर्वाचन के लिए 5 दिसंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतों की गिनती की जाएगी। (Bhanupratappur By Election)
भारत चुनाव आयोग ने ओडिशा, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उपचुनावों के तारीखों की घोषणा की। 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना होगी। pic.twitter.com/7DQ1C0gdTv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2022
बता दें कि भारत चुनाव आयोग ने ओडिशा, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में उपचुनावों के तारीखों की घोषणा कर दी है। सभी जगहों पर 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना होगी। छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने पत्रकार वार्ता में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपनिर्वाचन के संबंध में जानकारी दी। पत्रकार वार्ता में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शिखा राजपूत तिवारी, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विपिन मांझी और डॉ. के आर आर सिंह उपस्थित थे। (Bhanupratappur By Election)
कांकेर के भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक और आदिवासी समाज के प्रभावशाली नेताओं में से एक मनोज सिंह मंडावी का 16 अक्टूबर को निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। अस्पताल पहुंचने तक उनका निधन हो चुका था। उनकी अन्त्येष्टि में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत प्रदेश कांग्रेस का पूरा नेतृत्व उनके पैतृक गांव नथिया नवागांव पहुंचा था। प्रदेश में राजकीय शोक घोषित हुआ। उनके निधन के बाद विधानसभा में उनकी सीट को रिक्त घोषित कर निर्वाचन आयोग को सूचना भेजी गई थी। (Bhanupratappur By Election)