Bhent Mulakat Program: आखिर मुख्यमंत्री क्यों बोले इनका नाम नोट करो कलेक्टर साहब…इनको अगली किस्त का पैसा मत देना

Bhent Mulakat Program: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम में अलग-अलग अंदाज में दिख रहे हैं। योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पर उनका सख्त लहजा रहता है तो वहीं नागरिकों से बातचीत में मजाकिया अंदाज में बात करते दिख रहे हैं। पखांजूर में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम (Bhent Mulakat Program) में जब एक हितग्राही सुशील मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसका 1 लाख का कर्ज माफ हुआ है, राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किस्त भी मिल गई है।
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इतना सुनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछा इतना सब मिल गया हमारी बहू को क्या दिलाये हो। सुशील मंडल ने जैसे ही बताया अब तक तो कुछ नहीं दिला पाया। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने नजदीक बैठे कलेक्टर से मजाकिया अंदाज में कहा कलेक्टर साहब जब तक ये हमारी बहू को कुछ उपहार ना दिलाए इसे अगली किस्त मत जारी करिएगा। मुख्यमंत्री का इतना ही कहना था कि भेंट मुलाकात में बैठे तमाम लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े। मुख्यमंत्री के इस मजाकिया अंदाज के सभी लोग कायल हो गए।
पखांजूर में खुलेगा कृषि महाविद्यालय
भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए अंतागढ़ विधानसभा (Bhent Mulakat Program) के पखांजूर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पखांजूर में कृषि महाविद्यालय आरंभ करने और बांदे को पूर्ण तहसील का दर्जा देने जैसी महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने कोयलीबेड़ा में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने और परलकोट जलाशय के जीर्णोद्धार जैसी घोषणाएं भी की। इसके साथ ही पखांजूर में मुख्य मार्ग में 4 किमी का गौरवपथ बनाने, कंदारी में उपस्वास्थ्य केंद्र और बालक-बालिका आश्रम बनाने, दिव्यांग निताई मंडल की मदद देने और राशन कार्ड के लिए विशेष शिविर लगाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने परलकोट के जमींदार और शहीद गैंद सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक हल्बी लोकगीत धनकुल से किया गया। उन्हें पारंपरिक वाद्ययंत्र तोड़ी भेंट किया गया। साथ ही आदिवासी महिलाओं ने मुख्यमंत्री को हाथ से कूटा चिवड़ा और वनोपज तेंदू, चार और नागर कांदा, कोचई कांदा, डांग कांदा समेत केऊ कांदा भेंट किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने पूरे प्रवास में खूब केऊ कांदा खाया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी और अंतागढ़ विधायक अनूप नाग समेत अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बंगाली व्यंजन का लिया आनंद
मुख्यमंत्री इस दौरान नर नारायण सेवा आश्रम परिसर भी पहुंचे, जहां उनका स्वागत स्थानीय बंग परंपरा अनुसार उलु और शंख, खोल (ढोल) की ध्वनियों से हुआ। मुख्यमंत्री ने नर-नारायण सेवा मंदिर में स्वामी सत्यानंद परमहंस देवजी की समाधि, राधा-कृष्ण और शिव लिंग की पूजा की। यहां के संन्यासियों को उन्होंने गेरूवा वस्त्र भेंट किया और आश्रम परिसर में कदंब का पौधा भी लगाया। यहां उन्हें बंगला भोजन परोसा गया। इसमें बंगाली व्यंजन कुली पीठा, पाठी शिपठा, केला का बड़ा, लाबरा, आम की चटनी, खीर और कुम्हड़ा भाजी शामिल थे।
राशन कार्ड बनाने लगेंगे विशेष शिविर
मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड से संबंधित दिक्कतों के बारे में जानकारी ली। विनय ने बताया कि मेरे माता-पिता का राशन कार्ड है मेरा नाम काट दिया गया है नया कार्ड नहीं बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को पात्रता जांच कर जल्द राशन कार्ड बनवाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने राशन कार्ड के लिए विशेष शिविर भी लगवाने के निर्देश दिए।
कर्ज माफ हुआ तो दो बार बोर खुदवाया
मुख्यमंत्री से किसानों ने अपनी बात रखी। सुशील मंडल ने बताया कि उनके पास 4 एकड़ जमीन है। सवा लाख का धान बेचा है। अच्छी आय प्राप्त हुई है। एक लाख का कर्जा माफ हुआ है इससे दो बोर खुदवा लिए हैं। बबिता मंडल ने कहा कि आपने इरपानार क्षेत्र में डॉक्टर की समस्या दूर कर दी, इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। मुख्यमंत्री ने अन्य सभी विकास योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित फीडबैक की जानकारी भी ली।