आज भारत की नारी शक्ति हर क्षेत्र में प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रही: PM नरेंद्र मोदी

Mann Ki Baat @110: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 110वें कड़ी को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक किसने सोचा था कि हमारे देश में, गांव में रहने वाली महिलाएं भी ड्रोन उड़ाएंगी, लेकिन आज ये संभव हो रहा है। आज तो गांव-गांव में ड्रोन दीदी की इतनी चर्चा हो रही है, हर किसी की जुबान पर नमो ड्रोन दीदी, नमो ड्रोन दीदी ये चल पड़ा है। हर कोई इनके विषय में चर्चा कर रहा है। 3 मार्च को ‘विश्व वन्य जीव दिवस’ है। इस दिन को वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

PM मोदी ने कहा कि इस साल World Wild Life Day की theme में Digital Innovation को सर्वोपरि रखा गया है। पिछले कुछ सालों में सरकार के प्रयासों से देश में बाघों की संख्या बढ़ी है। ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन, गांव के लोगों की आजीविका के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को ऊपर लाने का भी एक बड़ा माध्यम बन रहा है। इस प्रयास के पीछे जयंती महापात्रा और उनके पति बीरेन साहू का एक बड़ा फैसला है। जयंती और बीरेन ने यहां एक दिलचस्प माणिकास्तु Goat Bank भी खोला है। वे सामुदायिक स्तर पर बकरी पालन को बढ़ावा दे रहे हैं। (Mann Ki Baat @110)

उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति की सीख है – परमार्थ परमो धर्मः यानी दूसरों की मदद करना ही सबसे बड़ा कर्तव्य है। इसी भावना पर चलते हुए हमारे देश में अनगिनत लोग नि:स्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करने में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं – बिहार में भोजपुर के भीम सिंह भवेश। अनगिनत लोगों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए नि:स्वार्थ प्रयास करते हुए देखना बहुत अच्छा लगता है। जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश और कर्नाटक में नागरिकों के प्रयास हर किसी को प्रेरित करते हैं। (Mann Ki Baat @110)

PM ने कहा कि Content create कर रहे देश के युवाओं की आवाज आज बहुत प्रभावी बन चुकी है। उनकी प्रतिभा को सम्मान देने के लिए देश में National Creators Award शुरू किया गया है। कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग ने एक और अभियान की शुरुआत की है – ‘मेरा पहला वोट – देश के लिए’। इसके जरिए विशेष रूप से first time voters से अधिक-से-अधिक संख्या में मतदान करने का आग्रह किया गया है। भारत को जोश और ऊर्जा से भरी अपनी युवा शक्ति पर गर्व है। हमारे युवा-साथी चुनावी प्रक्रिया में जितनी अधिक भागीदारी करेंगे, इसके नतीजे देश के लिए उतने ही लाभकारी होंगे। (Mann Ki Baat @110)

प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं भी पहली बार मतदाता से आग्रह करूंगा कि वे रिकॉर्ड संख्या में वोट करें। 18 का होने के बाद आपको 18वीं लोकसभा के लिए सदस्य चुनने का मौका मिल रहा है। यानी ये 18वीं लोकसभा भी युवा आकांक्षा का प्रतीक होगी। इसलिए आपके वोट का महत्व और बढ़ गया है। आम चुनावों की इस हलचल के बीच, आप, युवा, ना केवल, राजनीतिक गतिविधियों का हिस्सा बनिए, बल्कि, इस दौरान चर्चा और बहस को लेकर भी जागरूक बने रहिए। आज देश में कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें देश की नारी-शक्ति पीछे रह गई हो। एक और क्षेत्र जहां महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वो है प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और स्वच्छता। (Mann Ki Baat @110)

प्रधानमंत्री ने कहा कि केमिकल से हमारी धरती मां को जो कष्ट हो रहा है, जो पीड़ा हो रही है, जो दर्द हो रहा है हमारी धरती मां को बचाने में देश की मातृशक्ति बड़ी भूमिका निभा रही है। देश के कोने-कोने में महिलाएं अब प्राकृतिक खेती को विस्तार दे रही हैं। देश के कोने-कोने में महिलाएं अब प्राकृतिक खेती को विस्तार दे रही हैं | आज अगर देश में ‘जल जीवन मिशन’ के तहत इतना काम हो रहा है तो इसके पीछे पानी समितियों की बहुत बड़ी भूमिका है। इस पानी समिति का नेतृत्व महिलाओं के ही पास है। इसके अलावा भी बहनें-बेटियां, जल संरक्षण के लिए चौतरफा प्रयास कर रही हैं। आपको ये जानकर खुशी होगी कि हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों में वन्य जीवों के संरक्षण के लिए टैकनोलजी का खूब उपयोग हो रहा है। पिछले कुछ सालों में सरकार के प्रयासों से देश में बाघों की संख्या बढ़ी है। (Mann Ki Baat @110)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर के टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या ढ़ाई-सौ से ज्यादा हो गयी है। चंद्रपुर जिले में इंसान और बाघों के संघर्ष को कम करने के लिए AI की मदद ली जा रही है। आज युवा उद्यमी भी वन्य जीव संरक्षण और पारिस्थितिकी पर्यटन के लिए नए-नए नवाचार सामने ला रहे हैं | उत्तराखंड के रुड़की में रोटर प्रिसिशन ग्रुप ने भारतीय वन्यजीव संस्थान के सहयोग से ऐसा ड्रोन तैयार किया है, जिससे केन नदी में घड़ियालों पर नजर रखने में मदद मिल रही है। इसी तरह बेंगलुरु की एक कंपनी ने ‘बघीरा’ और ‘गरुड़’ नाम का ऐप तैयार किया है। बघीरा ऐप से जंगल सफारी के दौरान वाहन की गति और दूसरी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है। देश के कई टाइगर रिजर्व में इसका उपयोग हो रहा है। AI और इंटरनेट पर आधारित गरुड़ ऐप को किसी CCTV से जोड़ने पर वास्तविक समय की चेतावनी मिलने लगती है। वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में इस तरह के हर प्रयास से हमारे देश की जैव विविधता और समृद्ध हो रही है। (Mann Ki Baat @110)

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