आचार्य प्रमोद कृष्णम को कांग्रेस ने किया निष्कासित, पार्टी विरोधी बयान का लगा आरोप
Acharya Pramod Krishnam : कांग्रेस ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयान के आरोप में अपने नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘अनुशासनहीनता की शिकायत और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयानबाजी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
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कृष्णम ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर ”श्री कल्कि धाम” के शिलान्यास समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित किया था. वह अक्सर कांग्रेस की आधिकारिक लाइन से इतर अपने वक्तव्य के लिए जाने जाते हैं.
राम मंदिर उद्घाटन को लेकर विपक्ष को दी थी नसीहत
प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) का मानना था कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए था. उन्होंने इसे कांग्रेस पार्टी की बड़ी भूल भी करार दी थी. कृष्णम ने राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार करने वाले विपक्षी नेताओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि भगवान राम भारत की आत्मा हैं. उनके प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण था.
मीडिया से बात करते हुए प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने कहा था कि शायद ही कोई ऐसा होगा जो भगवान राम के निमंत्रण को अस्वीकार करेगा. राम भारत की आत्मा हैं. राम के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर के न्योता को अस्वीकार किए जाने का मतलभ भारत की सभ्यता और संस्कृति का अपमान करना है.