ईंट भट्टे की चिमनी में ब्लास्ट से 8 लोगों की मौत, 16 से ज्यादा घायल

Bihar Motihari Accident: बिहार के मोतिहारी में बड़ा हादसा हुआ है, जहां ईंट भट्टे की चिमनी में अचानक ब्लास्ट हो गया, जिसमें अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 16 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। वहीं रातभर से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। जानकारी के मुताबिक इस सीजन में पहली बार चिमनी को शुरू किया गया था। चिमनी से निकलता धुआं देख सभी लोग खुश थे।अचानक से तेज धमाका हुआ। धुएं के प्रेशर की वजह से चिमनी के ऊपर का हिस्सा फट गया, जिसके मलबे की चपेट में आने से इतने लोगों की मौत हो हुई।

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बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर रात कोहरा ज्यादा होने के कारण राहत और बचाव कार्य बंद करना पड़ा था। शनिवार को रेक्स्यू ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया था। हादसा जिले के रामगढ़वा थाना क्षेत्र के चंपापुर नरीरगीर के पास शुक्रवार को हुआ। उसके नीचे दबने से 8 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में चिमनी मालिक की भी मौत हो गई। देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 16 घायलों को निकाल कर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। (Bihar Motihari Accident)

वहीं हादसे को लेकर PM नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। साथ ही उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। इसके साथ ही मरने वालों के परिवार को PMNRF से 2 लाख रुपए और घायलों को भी 50 हजार की मदद का ऐलान किया है। शुक्रवार की शाम को पहली बार चिमनी को शुरू किया गया था। मालिकों की मौजूदगी में आग फूंकी गई थी। इसको लेकर वहां पार्टी रखी गई थी। इसमें शामिल होने के लिए काफी लोग आए थे। चिमनी से धुआं निकलने के बाद सभी काफी खुश थे। अचानक शाम 4:30 बजे जोर की आवाज हुई और चिमनी का ऊपरी हिस्सा आधे से टूट कर गिर गया। (Bihar Motihari Accident)

जानकारी के लिए बता दें कि चिमनी ब्लास्ट होने की बड़ी वजह ये सामने आई कि पाइप में लकड़ी अधिक जलाने से धुएं का प्रेशर बढ़ा और ब्लास्ट हो गया। लोगों ने बताया कि भट्ठे में जैसे आग लगाई गई उसके घंटे भर बीतने के बाद चिमनी का ऊपरी हिस्सा लगभग 50 फीट भरभरा कर नीचे गिरने लगा। लोग कुछ सोच पाते और अपने को बचाव कर पाते तब तक उसके मलबे में कई लोग दब गए। नीचे आग होने के कारण कई लोग जल गए, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। साथ ही अस्पताल पहुंचाया। (Bihar Motihari Accident)

हादसे में चिमनी के एक पार्टनर 35 साल के इरशाद के अलावा दीपक कुमार, बुधाई लाल, सुभाष कुमार, इलियास अहमद, 25 साल के अनिल बैठा, 50 साल के बन्नू मियां और 25 साल के साजिद मियां की मौत हो गई है। हादसे में सभी घायलों को एसआरपी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दूसरे मालिक नूरूल हक के साथ अमरेश कुमार, मुकेश राम, आलमगीर, अब्दुल हक, अजय कुमार, राकेश कुमार, उमेश राम, असानुल्लाह को आईसीयू में इलाज चल रहा है। सभी की स्थिति नाजुक बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि इसके अलावा अन्य लोगों को रामगढ़वा और बाकी नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। एक घायल व्यक्ति ने बताया कि घटना के वक्त करीब 50-60 लोग मौजूद थे। (Bihar Motihari Accident)

इधर, जिलाधिकारी एसके अशोक ने कहा कि घटना क्यों हुई इसकी जांच कराई जाएगी। चिमनी दो विभाग से संचालित होता है। प्रदूषण और खनन विभाग से। खनन विभाग ईंट की पथाई और जिगजैग चिमनी समेत अन्य चीज जबकि प्रदूषण बोर्ड प्रदूषण को देखता है। चिमनी पुरानी थी। उसकी जांच किस अधिकारी ने करने के बाद चलाने की अनुमति दी थी। इसकी जांच होगी। चिमनी में प्रेशर न बने इसके लिए कोयला डाला जाता है, लेकिन चिमनी संचालक टायर और अन्य ज्वलनशीन पदार्थ उसमें डालते हैं। यहां भी उसका उपयोग हुआ था या नहीं इसकी भी जांच होगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। (Bihar Motihari Accident)

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