होली के दिन 3 ग्रामीणों की हत्या का जवानों ने लिया बदला: बीजापुर SP जितेंद्र यादव

Bijapur SP Jitendra Yadav: बीजापुर जिले में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें जवानों ने 6 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। इनमें नक्सलियों का डिप्टी कमांडर भी शामिल है। मुठभेड़ को लेकर बीजापुर SP जितेंद्र यादव ने कहा कि होली के दौरान नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने तीन ग्रामीणों की निर्ममता से हत्या कर दी। गांव के अंदर नक्सलियों ने खून की होली खेलते हुए बड़ी बेरहमी से गला रेतकर ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा था। CRPF कोबरा और DRG ने स्माल एक्शन टीम की मौजूदगी के आधार पर एक जॉइंट आपरेशन शुरू किया। देर रात बासागुड़ा क्षेत्र के अलग-अलग कैंपों से निकली पार्टी की सुबह प्लाटून नंबर-10 के नक्सल टीम के साथ मुठभेड़ हुई।

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SP जितेंद्र यादव ने बताया कि मुठभेड़ में प्लाटून कमांडर नागेश, उसकी पत्नी सोनी, आयतु पुनेम, सुक्का ओयाम, नुप्पो मोका को जवानों ने मार गिराया। प्लाटून नंबर-10 कमांडर नागेश पर 2 लाख, आयतु पुनेम पर 5 लाख, कोवासी गंगी पर 5 लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ के बाद मौके से 1 कार्बाइन, 1 9MM पिस्टल, 1 नग 12 बोर बंदूक, भरमार, SLR के जिंदा कारतूस और टिफिन बम बरामद किया गया। मारे गए नक्सली होली के दिन 3 ग्रामीणों की हत्या में शामिल थे। (Bijapur SP Jitendra Yadav)

कई वारदातों में शामिल थे ढेर नक्सली

मारे गए नक्सली 2022 में CRPF कमांडेंट शांतिभूषण तिर्की की हत्या, 2021 टेकुलगुडम मुठभेड़ में शामिल थे, जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा कई नक्सल वारदातों में भी शामिल रहे हैं। SP जितेंद्र यादव ने बताया कि नक्सलियों के मांद में कैंप खोले जा रहे हैं, जिससे बौखलाए नक्सली अब जवानों से लड़ने के बजाय स्मॉल एक्शन टीम के सहारे घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वहीं बीजापुर मुठभेड़ को IG ने बासागुड़ा में हुई तीन ग्रामीणों की निर्मम हत्या के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताया है। (Bijapur SP Jitendra Yadav)

TCOC में बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं नक्सली

बता दें कि मार्च से नक्सलियों का TCOC (टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन) शुरू हो जाता है, जो जून के पहले हफ्ते तक चलता है। इस दौरान नक्सली बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं। हालांकि इस साल TCOC के दौरान पुलिस फोर्स आक्रमक है। नक्सलियों के TCOC अभियान के दौरान पुलिस की यह बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक थी। नक्सली गर्मियों में TCOC चलाते हैं, जिसमें नक्सली अपने वारदातों को बढ़ा देते हैं। ज्यादातर हत्याओं को नक्सली इसी TCOC के दौरान अंजाम देते हैं। नक्सली अपनी ताकत को इसी दौरान बढ़ाते हैं और सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। TCOC के दौरान पुलिस भी काफी सतर्क होती है। नक्सलियों के मूवमेंट पर पुलिस की पैनी नजर होती है। TCOC में पुलिस ज्यादा मुस्तैदी से जवाबी कार्रवाई करती है। (Bijapur SP Jitendra Yadav)

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