Chhattisgarh Me Bhari Barish: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

Chhattisgarh Me Bhari Barish: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बारिश नहीं होने से गर्मी बढ़ गई है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के लिए दक्षिण छत्तीसगढ़ के अधिकतर जिलों में भारी बरसात की चेतावनी जारी की है। इसमें बीजापुर जिले में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बरसात के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बीजापुर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि बीजापुर जिले में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से अति भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है। प्रदेश के 7 अन्य जिलों बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव, नारायणपुर, धमतरी और गरियाबंद जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है।

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छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में बीजापुर जिले में एक-दो स्थानों पर अति भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोण्डागांव, कांकेर और नारायणपुर जिलों में एक-दो स्थानों पर अतिभारी बारिश और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। अगले 72 घंटों में बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव, कांकेर और नारायणपुर जिलों के लिए अति भारी से सीमांत भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग ने राहत आयुक्त से अति भारी बरसात के प्रभाव से राहत के लिए सतर्क रहने और जरूरी उपाय करने की अपील की है।

झारखंड में हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा

मौसम विज्ञानी ने बताया मानसून द्रोणिका कोटा, रायसेन, रायपुर, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा झारखंड और उससे लगे गंगेटिक पश्चिम बंगाल के ऊपर 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। ऊपरी हवा का एक दूसरा चक्रवाती घेरा उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश का संयोग बन रहा है। (Chhattisgarh Me Bhari Barish)

छत्तीसगढ़ में अब तक 600.8 मिमी औसत बारिश दर्ज

बता दें कि जुलाई में हुई भारी बरसात की वजह से बस्तर संभाग के अधिकांश जिलों में बाढ़ की स्थिति है। बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा और बस्तर में नदी-नाले उफान पर हैं। इसकी वजह से ग्रामीणों को अपने गांव-घर छोड़कर ऊंची जगहों पर शरण लेना पड़ा है। उन तक मानवीय सहायता पहुंचाने में भी प्रशासन को दिक्कत हो रही है। अभी फिर से वहां तेज बारिश हुई तो मुश्किल बढ़ जाएगी। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 600.8 मिमी औसत बारिश दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से 6 अगस्त तक रिकॉर्ड की गई बारिश के मुताबिक बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1496.1 मिमी और सरगुजा में जिले में सबसे कम 267.4 मिमी औसत बारिश दर्ज की गयी है। (Chhattisgarh Me Bhari Barish)

सुकमा में 582.8 मिमी औसत बारिश रिकॉर्ड की गई

राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 362.1 मिमी, बलरामपुर में 288.3 मिमी, जशपुर में 345.8 मिमी, कोरिया में 378.4 मिमी, रायपुर में 393.0 मिमी, बलौदाबाजार में 556.1 मिमी, गरियाबंद में 658.8 मिमी, महासमुंद में 574.0 मिमी, धमतरी में 689.6 मिमी, बिलासपुर में 631.5 मिमी, मुंगेली में 628.9 मिमी, रायगढ़ में 549.4 मिमी, जांजगीर-चांपा में 701.0 मिमी, कोरबा में 468.0 मिमी, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 560.0 मिमी, दुर्ग में 531.7 मिमी, कबीरधाम में 563.4 मिमी, राजनांदगांव में 622.3 मिमी, बालोद में 710.8 मिमी, बेमेतरा में 391.8 मिमी, बस्तर में 835.7 मिमी, कोण्डागांव में 695.5 मिमी, कांकेर में 803.6 मिमी, नारायणपुर में 668.2 मिमी, दंतेवाड़ा में 867.4 मिमी और सुकमा में 582.8 मिमी औसत बारिश रिकॉर्ड की गई। (Chhattisgarh Me Bhari Barish)

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