आरक्षण विधेयक को लेकर बयानबाजी जारी, राज्यपाल ने फिर दोहराई अपनी बात

Chhattisgarh Reservation Amendment: छत्तीसगढ़ में आरक्षण संशोधन को लेकर सरकार और राजभवन के बीच रार अभी भी जारी है। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने फिर दोहराया कि मैं संवैधानिक पद पर हूं। नियम प्रक्रिया और कानून के तहत ही कार्य करूंगी। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू ने जल्द से जल्द हस्ताक्षर की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर राज्यपाल को कठघरे में खड़ा कर दिया। (Chhattisgarh Reservation Amendment)

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छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू का कहना है कि राज्य की सरकार नें सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए आरक्षण संशोधन विधेयक लाया है, जिसमें सभी वर्गों का बराबर ख्याल रखा गया है। लोरमी पहुंचे आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू ने कहा कि वो आयोग की तरफ से भी राज्यपाल से मांग करते हैं कि आरक्षण संशोधन विधेयक के बिल को जल्दी से साइन कर दें, जिससे सभी वर्गों का हित हो सके। इधर, राज्यपाल ने भी साफ कर दिया है कि जब तक पूछे गए 10 बिंदुओं का जवाब नहीं तब तक विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं। (Chhattisgarh Reservation Amendment)

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बता दें कि राज्यपाल अनुसुइया उइके निजी कॉलेज के 97 बैच के एलुमनी मीट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं थी, जहां उन्होंने अपने कॉलेज के वक्त की कई यादें ताजा की। इससे पहले भी राज्यपाल ने कहा था कि वे 10 बिंदुओं पर जवाब नहीं मिले बिना साइन नहीं करेंगी। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि ये उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। इसके बाद भी अगर वे अपनी जिंद पर अड़ी हुई है तो उन्हें उनके सवालों के जवाब दिए जाएंगे। (Chhattisgarh Reservation Amendment)

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