CM भूपेश बघेल का सीधा वार, कहा- आरक्षण विधेयक विधानसभा की प्रॉपर्टी

CM Bhupesh on Governor: छत्तीसगढ़ में 76 फीसदी आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर राजभवन और राज्य सरकार आमने-सामने हैं। दरअसल, आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल ने अब तक हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इस पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि आरक्षण संशोधन विधेयक अब विधानसभा की प्रॉपर्टी है। इसलिए राज्यपाल के प्रश्नों का कोई औचित्य नहीं है। फिर भी संतुष्टि के लिए जवाब भेजा गया है। इस दौरान सीएम भूपेश ने एक बार फिर राज्यपाल से आग्रह करते हुए कहा कि जिद छोड़कर विधेयक पर हस्ताक्षर करें, जो राज्य के हित के लिए होगा।

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CM ने कहा कि राज्यपाल संविधान का अपमान कर रहीं है। भाजपा और राज्यपाल के बारे में जनता को बताएंगे। हमें संविधान और लोकतंत्र पर अटूट भरोसा है। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है। हम जनता के बीच ही जाएंगे। वहीं बिलासपुर दौरे के दौरान पूर्व CM रमन सिंह ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि राज्यपाल हठधर्मिता नहीं कर रहीं है। गवर्नर ने जो प्रक्रिया अपनाई उसका इंतजार करना चाहिए, जिन्होंने जन घोषणा पत्र तैयार किया। वो आज चुनाव लड़ने से इनकार कर रहा है। प्रदेश में बिजली दर बढ़ाने पर रमन सिंह ने कहा कि बिजली बिल दुगुना से ज्यादा बढ़ गया है। (CM Bhupesh on Governor)

3 जनवरी को 1 लोगों के शामिल होने का दावा

इधर, PCC चीफ मोहन मरकाम ने 70 से ज्यादा समाज प्रमुखों को पत्र भेजकर 3 जनवरी को होने वाली जन अधिकार महारैली में शामिल होने का आग्रह किया है। युवा कांग्रेस और NSUI ने भी संयुक्त रूप से 3 जनवरी तक एक लाख से ज्यादा पोस्टकार्ड राज्यपाल के नाम भेजने की तैयारी की है, जिस तरह का माहौल दिख रहा है। जाहिर है छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मुद्दे पर अभी सियासी गरमाहट और बढ़ेगी। (CM Bhupesh on Governor)

आरक्षण को लेकर गरमाती जा रही सियासत

कांग्रेस ने 3 जनवरी को रायपुर में होने वाली जन अधिकार महारैली में 1 लाख से ज्यादा लोगों को शामिल होने का दावा किया है। मोहन मरकाम ने भाजपा सांसद और सर्व कुर्मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष विजय बघेल को भी पत्र लिखकर कहा है कि 31 दिसंबर को दिनभर राजीव भवन में उपलब्ध रहूंगा चर्चा के लिए आमंत्रित हैं और आप महारैली में शामिल होंगे। आने वाले साल में चुनावों से पहले छत्तीसगढ़ में आरक्षण को लेकर दिन-ब-दिन सियासत गरमाती जा रही है। (CM Bhupesh on Governor)

आर-पार के मूड में कांग्रेस

संशोधित विधेयक में हस्ताक्षर न होने पर कांग्रेस जहां राज्यपाल को घेर रही है। तो वहीं राजभवन की ओर से भी तमाम टिप्पणियों को लेकर जवाब आया था। उन्होंने कांग्रेस के तमाम बयानों को अनुचित करार दिया था। वहीं असली-नकली आदिवासी को लेकर भी सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस आर-पार के मूड में हैं। 3 जनवरी को रैली का ऐलान किया गया है।

जवाब से संतुष्ट होने पर की करूंगी साइन: राज्यपाल

CM भूपेश बघेल लगातार राज्यपाल से विधेयक पर दस्तखत की मांग कर रहे हैं। केंद्र की भूमिका को भी घेर रहे हैं। चुनाव आने वाले हैं तो बीजेपी भी कांग्रेस के हमलों का जवाब दे रही है। BJP ने अब कांग्रेस को युवाओं के करियर से खिलवाड़ करने का आरोप तक जड़ दिया। जाहिर है कि कई परीक्षाएं छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मुद्दे कारण अटकी हुई हैं। अब देखना होगा कि कब तक आरक्षण विधेयक पर साइन हो पाता है। क्योंकि राज्यपाल ने साफ कर दिया है कि जब तक वे सरकार की ओर से भेजे गए जवाब से संतुष्ट नहीं होती तब तक वो साइन नहीं करेंगी। (CM Bhupesh on Governor)

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