डेयरी और पशुपालन नहीं रहा अब घाटे का सौदा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

CM in Yadav Mahasabha: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर के लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में आयोजित अखिल भारतीय यादव महासभा के शताब्दी समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डेयरी और पशुपालन अब घाटे का सौदा नहीं रह गया है। गोबर बेचकर लोग अपने बाल बच्चों की पढ़ाई और वर-विवाह की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। बहुत सारे लोग तो गोठान से मिली आमदनी से ही काफी जायदाद बना लिए हैं। शुरुआती आशंका के बाद हमारी गोधन न्याय योजना ने न केवल देश में बल्कि विश्व में भी काफी लोकप्रिय हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने गो पालन को प्राथमिकता दी। पशु पालन एक समय था जब लाभ का धंधा था,आज समय बदल गया। ऐसे समय में पूरे देश में पशु पालन करना कठिन है और उसमें राजनीति होने लगी,गाय के नाम पर मारपीट होने लगी। पशु बेचने-खरीदने वाले दोनों की पिटाई होने लगी,हत्याएं होने लगी। 

यह भी पढ़ें:- एम्स में भर्ती मरीज के परिजनों के रुकने के लिए बनाया गया गहोई भवन, CM भूपेश ने किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भगवान श्रीकृष्ण की छायाचित्र के पास दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यादव समाज के ईष्टदेव भगवान कृष्ण के योगदान से दुनिया में कौन वाकिफ नहीं है। भगवत गीता के रूप में उनका संदेश युद्ध और शांति दोनों ही स्थिति में प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सबसे पहले गोपालन को अपनाया। उनसे प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ की सरकार ने गोधन न्याय योजना लागू की है। ग्रामीण, किसानों और गरीबों के लिए इससे समृद्धि और खुशहाली के द्वार खुले हैं। सरकारी मदद और लोगों की मेहनत से गोपालन अब लाभ का व्यवसाय हो गया है। CM बघेल ने बताया कि राज्य की कुल 11 हजार ग्राम पंचायतों में से 10 हजार में गोठान बन चुके हैं। इनमें 9 हजार गोठानों में गोबर खरीदी और कम्पोस्ट खाद का निर्माण भी चल रहा है। (CM in Yadav Mahasabha)

गोबर और कम्पोस्ट खाद बेचकर महिलाओं समेत गोपालकों ने लगभग 200 करोड़ रूपये की कमाई की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोठान निर्माण से राज्य में डेढ़ लाख एकड़ जमीन आरक्षित हो गई। लोगों ने शांतिपूर्वक गोठान निर्माण के लिए अतिक्रमण छोड़े। भविष्य में इनका और विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री  बघेल ने कहा कि भारत सरकार से चावल से एथेनाल बनाने की अनुमति मांगी है। अनुमति मिल जाए तो हम किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने को तैयार हैं। यहां तक कि हम गरमी की धान फसल की भी खरीदी कर सकते हैं। पूरे देश में सबसे ज्यादा दर पर धान की खरीदी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग करने वाले मजदूरों को भी हम  हर साल 7 हजार की मदद कर रहे हैं। (CM in Yadav Mahasabha)

उन्होंने कहा कि अकेले बिलासपुर जिले में लगभग 37 हजार कृषि मजदूरों को इस योजना का फायदा मिल रहा है। शहर की नई पीढ़ी बरगद,पीपल जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के पेड़-पौधों की जान सके इसके लिए हमने शहरी क्षेत्रों में कृष्ण कुंज योजना लागू की है। वन क्षेत्रों में रहने वाले यादव समाज सहित पिछड़े वर्ग के अन्य लोगों को भी हमने पट्टा दिए हैं, इसके पहले उन्हें नहीं दिया जाता था। राज्य की अधिसंख्य आबादी, एससी, एसटी और ओबीसी की हैं। इन समाजों को हमने सरकारी दर के सिर्फ 10 प्रतिशत दर पर भू-खण्ड आवंटित कर रहे हैं। जिनके पास भूखण्ड हैं, उन्हें भवन बनाने के लिए जरूरत के अनुसार वित्तीय मदद भी कर रहे हैं। ये काम पूरे राज्य में प्रशासन द्वारा सर्वाेच्च प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। (CM in Yadav Mahasabha)

समारोह को पूर्व केंद्रीय मंत्री और यादव महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक अरूण यादव ने भी संबोधित किया। उन्होंने राज्य सरकार की गोधन न्याय योजना की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी इसकी अनुगूंज सुनाई देती है। समारोह को यादव महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सपन कुमार घोष, संसदीय सचिव और खल्लारी विधायक द्वारकाधीश यादव समेत चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने भी संबोधित किया। यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भुवनेश्वर यादव ने स्वागत भाषण दिया। (CM in Yadav Mahasabha)

Related Articles

Back to top button