कलेक्टर-SP कॉन्फ्रेंस का दूसरा दिन, आज कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे CM साय

Collector SP Conference: राजधानी रायपुर में कलेक्टर-SP कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन 13 सितंबर को यानी आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। वे मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ जिलों में कानून व्यवस्था समेत विभिन्न मुद्दों की समीक्षा करेंगे। राजधानी रायपुर में आयोजित कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेंस स्थानीय न्यू सर्किट हाउस में सुबह 10 बजे से शुरू होगी।

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इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कलेक्टर्स आम जनता के हितों को केंद्र में रखकर संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान हो। शासन की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। इन योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत हितग्राहियों तक पहुंचाने के लिए मिशन मोड पर जुट कर काम करें। प्रशासन के कार्यों से जनता के मन में शासन और प्रशासन के प्रति विश्वास का भाव उत्पन्न हो। मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर में लगातार 8 घंटों तक चली कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में ये दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए। (Collector SP Conference)

महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श

कॉन्फ्रेंस में कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, बसवराजु एस., राहुल भगत और सभी संबंधित विभागों के सचिव समेत सभी संभागों के आयुक्त, सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायतों के CEO और नगर निगमों के आयुक्त भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे कार्यों की सराहना होगी और कार्य में लापरवाही बरतने पर कड़ा रूख भी अपनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टरों के परफार्मेंस की नियमित अंतराल पर समीक्षा की जाएगी और जिलों की रैंकिंग तय की जाएगी। (Collector SP Conference)
जिम्मेदारी को लेकर होगी मॉनिटरिंग: CM साय
उन्होंने कहा कि जो भी जिम्मेदारी आपको सौंपी गई है उसकी मॉनिटरिंग की जाती है। फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन और जिला प्रशासन के कार्यों पर हमारी नजर रहती है। जिले में होनी वाली घटनाओं पर जिला प्रशासन कितनी तत्परता से काम करता है, यह भी देखा जाता है। कलेक्टरों की पहली जिम्मेदारी दंडाधिकारी के रूप में कानून व्यवस्था बनाए रखने की है। विभिन्न संगठनों के साथ संवाद के दौरान अगर असंतोष की कोई बात सामने आती है, तो उसका समाधान स्थानीय स्तर पर किया जा सकता है। (Collector SP Conference)
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