Sitaram Yechury Passed Away: कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) यानी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का 72 साल की उम्र में निधन हो गया है। निमोनिया की शिकायत के बाद उन्हें 19 अगस्त को दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था, जहां 25 दिन चले इलाज के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कर दिया। उनके परिवार ने अस्पताल को CPI(M) नेता के पार्थिव शरीर को शिक्षण और शोध उद्देश्यों के लिए दान कर दिया है। बता दें कि वे तीन बार पार्टी के महासचिव रहे थे। वहीं CPI(M) की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि कॉमरेड सीताराम येचुरी को सांस की नली में गंभीर संक्रमण हुआ था। डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी, लेकिन बचा नहीं पाई।
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CPI(M) के महासचिव येचुरी के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। राष्ट्रपति ने कहा कि सीताराम येचुरी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पहले एक छात्र नेता के रूप में और फिर राष्ट्रीय राजनीति में और एक सांसद के रूप में उनकी एक अलग और प्रभावशाली आवाज थी। एक प्रतिबद्ध विचारक होने के बावजूद उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर भी दोस्त बनाए। उनके परिवार और सहयोगियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। PM मोदी ने कहा कि सीताराम येचुरी के निधन से दुखी हूं। वे वामपंथ के अग्रणी नेता थे और सभी राजनीतिक दलों से जुड़ने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने एक प्रभावी सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। (Sitaram Yechury Passed Away)
उनकी जैसी समझ बहुत कम लोगों के पास थी: झा
CPI(M) नेता हन्नान मोल्लाह ने कहा कि उनका निधन हमारी पार्टी के लिए, वामपंथी आंदोलन के लिए बहुत बड़ा धक्का है। वे भारत के जन आंदोलन के जाने माने नेता थे। भारत के संविधान, जनतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के सबसे बड़े प्रवक्ता थे। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि इस खबर पर अभी तक भरोसा ही नहीं हो रहा है। कुछ ही समय पहले उनसे मुलाकात हुई थी। बीते दिनों मैं उनसे लगातार संपर्क में रहा। लालू यादव के साथ उनका एक लंबा संगठन रहा। ये उम्र जाने की नहीं थी। अभी बहुत कुछ बाकी था। उनके परिवार, साथियों को ईश्वर संबल दें। राजद नेता झा ने कहा कि ‘आगे क्या करना है’ उनका हमेशा ये कहना… मैं समझता हूं कि समकालीन राजनीति में उनकी जैसी समझ बहुत कम लोगों के पास थी। (Sitaram Yechury Passed Away)
येचुरी का योगदान पूरे देश की राजनीति में था: खेड़ा
उन्होंने कहा कि अभी लालू यादव का फोन आया। जब चुनाव के नतीजे आते थे और अच्छे नहीं होते थे तो वे कहते थे कि चुनाव ही तो हारे हैं, हौसला थोड़े ही हारे हैं। सीताराम येचुरी बनना आसान नहीं है। कांग्रेस नेता वी. हनुमंत राव ने कहा कि एक जमाने से मैं उन्हें जानता हूं। युवा कांग्रेस के जमाने से मैं उन्हें जानता हूं। हमने मिलकर संसद में कई विषयों पर चर्चा की। उनका कांग्रेस से बड़ा लगाव था। जब वे वेंटिलेटर पर थे तब मैंने भगवान से उनके जीवन के लिए कामना की थी। मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। भगवान उनके परिवार को शक्ति दे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सीताराम येचुरी का योगदान न केवल पार्टी बल्कि पूरे देश की राजनीति में था। (Sitaram Yechury Passed Away)
योचुरी को हम कभी नहीं भूल पाएंगे: खेड़ा
खेड़ा ने कहा कि उनकी कमी न केवल उनकी पार्टी को खलेगी बल्कि पूरे देश को खलेगी। वे अपनी विचारधारा के प्रति दृढ़ थे लेकिन किसी को नीचा दिखाना उन्हें नहीं आता था। एक शानदार वक्ता, एक शानदार सांसद और एक बहुत ही शानदार इंसान। उनकी कमी हम सभी को खलती रहेगी। सीताराम योचुरी को हम सभी कभी नहीं भूल पाएंगे। CPI(M) के राज्यसभा सांसद डॉ. वी. शिवदासन ने कहा कि उन्होंने समाज के दबे-कुचले लोगों के लिए लड़ाई लड़ी। उनका निधन बहुत दुखद है। CPI(M) के महासचिव डी. राजा ने कहा कि हमने अलग-अलग मुद्दों पर साथ मिलकर काम किया। (Sitaram Yechury Passed Away)
येचुरी हमारे लिए क्या-क्या लड़ाईयां नहीं लड़ीं: अब्दुल्ला
डी. राजा ने कहा कि हमने वामपंथी एकता, कम्युनिस्ट एकता को मजबूत करने के लिए साथ मिलकर काम किया। वह एक महान व्यक्ति थे। हम दोनों संसद में साथ थे, साथ मिलकर काम किया। यह पूरे वामपंथी, कम्युनिस्ट पक्ष के लिए एक बड़ी क्षति है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि वे मेरे बहुत अजीज दोस्त थे। आज हिंदुस्तान महरूम हो गया एक ऐसे नेता से जो बेटोक बात करता था। उनका विचार था कि यह वतन हम सभी का है चाहें आप किसी भी जबान के हों और इसे ऐसे ही रहने दिया जाए। हर एक को इस वतन से, दुनिया से जाना ही है। आए वहीं से हो और वापस वहीं जाना है। सीताराम येचुरी हमारे लिए क्या-क्या लड़ाईयां नहीं लड़ीं। आज यकीन नहीं होता है कि वे हमारे बीच नहीं हैं। मैं इस गम में शरीक हूं। (Sitaram Yechury Passed Away)
केरल के राज्यपाल ने भी जताया दुख
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि यह उनकी पार्टी, दोस्तों और परिवार के लिए बहुत बड़ी क्षति है, लेकिन मैं भी एक तरह की व्यक्तिगत क्षति महसूस कर रहा हूं, क्योंकि मैं उन्हें लंबे समय से जानता था। हम सभी उम्र के हिसाब से समकालीन हैं। हमने लगभग एक ही समय में सक्रिय राजनीति में रुचि लेना शुरू किया था। इसलिए मैं उन्हें लंबे समय से जानता था। वह दृढ़ विश्वास वाले व्यक्ति थे, जो अपने विचारों और आदर्शों पर अडिग थे और जिस पर उनका विश्वास था, उसके प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध थे। मैं उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। (Sitaram Yechury Passed Away)
वह एक बहुत अच्छे सांसद थे: नायडू
केंद्रीय वित मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे यह समाचार सुनकर बहुत दुख हुआ। वह जेएनयू में मेरे सीनियर थे। यह कम्युनिस्ट पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि जब मुझे उनकी बीमारी के बारे में पता चला, तो मैं उनके परिवार से पूछताछ कर रहा था और उनके जल्द ठीक होने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह हमें छोड़कर चले गए। वह एक बहुत अच्छे सांसद भी थे। मैं उनके परिवार और उनकी पार्टी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि भारतीय राजनीति के पुरोधा, CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का हम सभी को अलविदा कहकर जाना निश्चित रूप से अविश्वसनीय घटना है, जिस पर मुझे यकीन नहीं हो रहा है। (Sitaram Yechury Passed Away)
बड़े भाई के समान थे: सांसद संजय सिंह
सांसद संजय सिंह ने कहा कि मेरे लिए तो वे किसी बड़े भाई के समान थे और INDIA गठबंधन में एक मजबूत आवाज थे… उनका इस तरह से असमय निधन इस देश और इस देश की राजनीति के लिए अपूर्ण क्षति है। मैं AAP की ओर से उन्हें नमन करता हूं। उनका पार्थिव शरीर 14 तारीख को CPI(M) कार्यालय पर रखा जाएगा। उनके दर्शन के लिए हमारे नेता आएंगे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे उनके परिवार को यह अपार कष्ट सहने की शक्ति दें। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि येचुरी का असमय निधन न केवल CPI(M) के लिए बल्कि इस देश की राजनीति के लिए एक बहुत दुखद घटना है। उन्होंने लगातार अपने राजनीतिक जीवन में अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। हमेशा इस लड़ाई में सभी को साथ लेकर चले। सभी पार्टी के नेताओं को जोड़ने का काम उन्होंने किया। यह देश की राजनीति के लिए एक बहुत दुखद क्षण है। (Sitaram Yechury Passed Away)
वैचारिक संघर्ष के प्रतिबिंब माने जाते थे: नीरज कुमार
CPM नेता वृंदा करात ने कहा कि हमने अपने सबसे बेहतरीन नेता, अपनी पार्टी के सबसे शीर्ष नेता, अपने महासचिव को खो दिया है। सिर्फ पार्टी के लिए ही नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन के आंदोलन के लिए, क्रांति के लिए सीताराम येचुरी ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत ने अपना वो बेटा भी खो दिया है जिसकी प्रतिबद्धता भारत के प्रति, भारत के मूल्यों के प्रति थी। उन्होंने उन मूल्यों के लिए संघर्ष किया। भारत माता ने अपने वो बेटा खो दिया है जो उनके और उनके लोगों के प्रति बहुत वफ़ादार था। जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि सीताराम येचुरी का निधन केवल राष्ट्रीय राजनीति के वैचारिक संघर्ष को क्षति नहीं है, बल्कि वे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर देश की ओर से प्रतिबिंब करने वाले ऐसी शख्सियत थे, जो वैचारिक संघर्ष के प्रतिबिंब माने जाते थे। साथ ही साथ असहमति के बीच सहमति का जो लोकतांत्रिक तरीका होता है उसमें उनकी प्रभावकारी भूमिका रही। यह सबके लिए क्षति है। (Sitaram Yechury Passed Away)
राजनीतिक पार्टियों को वो प्रिय लगते थे: संजय राउत
CPM नेता प्रकाश करात ने कहा कि सीताराम येचुरी के निधन से हमारी पार्टी को बड़ा झटका लगा है और हमारे देश में लोकतांत्रिक और सेक्युलर ताकतों को भी भारी क्षति हुई है। सीताराम येचुरी ने सभी सेक्युलर ताकतों को एकजुट करने के लिए कड़ी मेहनत की। उनका जाना हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। हमारी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि हमारी पार्टी एकजुट होकर उन सभी चीजों को पूरा करने का प्रयास करे जो वह करना चाहते थे। शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा कि सीताराम येचुरी का निधन देश के लिए भी क्षति पहुंचाने वाली खबर है। लगभग पांच दशकों से देश की राजनीति में उनका नाम हमेशा रहा है। कम्युनिस्ट पार्टी के वे महासचिव थे और एक ऐसे नेता थे कि देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को वो प्रिय लगते थे। ऐसा बहुत कम होता है। INDIA गठबंधन बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। वे इतनी जल्दी चले जाएंगे यह हमने सोचा नहीं था। मेरी और मेरी पार्टी की ओर से हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। (Sitaram Yechury Passed Away)
कोई भी शब्द दुख को कम नहीं कर सकता: खड़गे
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी के निधन से मैं बहुत दुखी हूं। हमने 2004-08 के दौरान मिलकर काम किया था और तब से जो दोस्ती स्थापित हुई थी, वह उनके अंतिम समय तक कायम रही। वे हमारे देश के संविधान के मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग थे, जो इसकी प्रस्तावना में बहुत मजबूती से सन्निहित है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं अपनी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से सीताराम येचुरी के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। वे एक वरिष्ठ नेता थे, जिन्होंने अपना जीवन लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। उनकी प्रतिबद्धता और नेतृत्व को हमेशा याद रखा जाएगा और संजोया जाएगा। हम इस कठिन समय में आपके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं व्यक्त करते हैं। हम समझते हैं कि व्यक्तिगत दुख के ऐसे क्षण अविश्वसनीय रूप से दर्दनाक होते हैं, और कोई भी शब्द वास्तव में दुख को कम नहीं कर सकता। (Sitaram Yechury Passed Away)
राजनीति में बड़ा झटका: तेजस्वी यादव
RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि एक बड़े भाई जैसे वे हमेशा हमारा मार्गदर्शन करते थे। देश के हालात की वो चिंता करते थे। हम लोगों ने उनसे काफी कुछ सीखा है। हमारी संवेदना उनके परिवार के साथ हैं, हम इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं…फोन पर उनसे लगातार बात होती रहती थी। भारतीय राजनीति में एक बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उनकी कमी हमेशा खलेगी। INLD नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि वो देश के बड़े नेता थे। उन्होंने हमेशा साफ-सुथरी राजनीति की। मुझे कई बार उनसे मिलने का मौका मिला। आज उनके जाने से राजनीति में बड़ा झटका आया है। उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर पाएगा। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। (Sitaram Yechury Passed Away)