सनातन पर प्रहार नहीं सह पाए कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता, पहले टिकट लौटाया, अब पार्टी से दिया इस्तीफा

Rohan Gupta quits Congress : लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी वापस लेने के बाद रोहन गुप्ता ने अब कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजी चिट्ठी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. रोहन गुप्ता ने कहा, ”मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.

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रोहन गुप्ता ने अपने आगे लिखा कि मुझे यह बताते हुए दुख हो रहा है कि पिछले दो वर्षों से पार्टी के संचार विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ नेता द्वारा लगातार अपमान और चरित्र हनन किया जा रहा है. अब व्यक्तिगत संकट के समय में मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा.” रोहन गुप्ता ने दावा किया कि इसकी जानकारी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को है. रोहन गुप्ता कांग्रेस के तेजतर्रार प्रवक्ता के तौर पर जाने जाते थे.

पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता (Rohan Gupta quits Congress) ने आगे लिखा कि व्यक्तिगत संकट के बीच, मैंने पिछले तीन दिन अपने पिता के साथ बिताए. इस दौरान वह गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों से जूझ रहे थे. हालांकि इस दौरान मुझे वास्तव में उनको समझने में मदद मिली. मेरे पिता ने पिछले 40 वर्षों में विश्वासघात और तोड़फोड़ की घटनाओं के बारे में बताया. उन्होंने ये भी बताया कि कैसे नेता अपने बुरे कामों के बावजूद बच निकले. उन घटनाओं के घाव अभी भी ठीक नहीं हुए हैं जिन्हें मैं उनके आंसुओं में देख सकता था.

सनातन धर्म के अपमान से मनोबल टूटा
रोहन गुप्ता ने कहा कि अब मेरा मनोबल मुझे पार्टी में बने रहने की इजाजत नहीं देता। कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े उस नेता ने अपने अहंकारी और असभ्य व्यवहार से पार्टी को भी नुकसान पहुंचाया है। अपनी चरम वामपंथी मानसिकता के कारण उन्होंने सनातन धर्म के अपमान पर पार्टी की चुप्पी सुनिश्चित की, जिससे मुझे व्यक्तिगत रूप से ठेस पहुंची। इससे पार्टी की छवि और पार्टी के नेताओं के मनोबल को काफी नुकसान हुआ है। नेतृत्व को इस तरह के नेताओं की ऐसी गतिविधियों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए जो ईमानदार कार्यकर्ताओं और नेताओं का अपमान करते हैं और उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर करते है। कुछ लोगों को यहां साजिश नजर आ सकती है लेकिन मेरे करीबी लोग मेरा दृष्टिकोण समझेंगे।”

मेरे पिता नहीं चाहते हैं कि मैं भी वहीं कीमत चुकाऊं
रोहन गुप्ता ने आगे लिखा की मेरे पिता नहीं चाहते कि मैं भी उतनी ही कीमत चुकाऊं, क्योंकि पिछले दो वर्षों में मैं जिस मानसिक आघात से गुजरा हूं, उसे पूरे परिवार ने देखा है, जो संचार विभाग से जुड़े वरिष्ठ नेता के कारण हुआ था. मेरे पिता मेरे साथ वही सब घटित होने की कल्पना कर सकते थे जो मैं नहीं कर सकता था. उन्होंने इसे सहन किया और अंततः अपना स्वास्थ्य खराब कर लिया और बायपास सर्जरी करा ली, जो वह कभी नहीं चाहते थे कि मैं ऐसा करूं. (Rohan Gupta quits Congress)

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