आचार्य प्रमोद कृष्णम का राहुल गांधी पर तंज, कहा- पाकिस्तान के रावलपिंडी से लड़े चुनाव
Acharya Pramod on Rahul: पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर फिर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल को पाकिस्तान के रावलपिंडी से चुनाव लड़ना चाहिए। कांग्रेस में अब न नीयत बची है, न नीति बची है और न ही कोई नेता बचा है। आचार्य कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस का न्यायपत्र देखकर लगता है कि यह मोहम्मद अली जिन्ना की कांग्रेस है। यह गांधी या खड़गे की कांग्रेस का घोषणापत्र नहीं है। बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। साथ ही अलग-अलग मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी को घेर रहे हैं।
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इससे पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दिमागी संतुलन खो चुके हैं। कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है, जिस जहाज का कैप्टन राहुल गांधी जैसा होगा, उससे सब छलांग लगाएंगे ही। इसीलिए सीनियर नेता एक-एक करके छलांग लगा रहे हैं, जितने भी बड़े नेता हैं उनका कांग्रेस में अपमान हो रहा है। प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस की बर्बादी के लिए सिर्फ एक व्यक्ति जिम्मेदार है, उसका नाम राहुल गांधी है। करुणाकरन की बेटी, अशोक चौहान, सुरेश पचौरी और गुलाम नबी आजाद जैसे बड़े नेता यूं ही छोड़कर नहीं चले गए। सच तो ये हैं कि सीनियर नेताओं का कांग्रेस में दम घुट रहा है। राहुल गांधी के नौकर सीनियर नेताओं का अपमान करते हैं। (Acharya Pramod on Rahul)
#WATCH गाजियाबाद, यूपी: कांग्रेस के घोषणापत्र पर पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "कांग्रेस का घोषणा पत्र देखकर लगता है कि ये महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं जिन्ना की कांग्रेस है। ये घोषणापत्र मल्लिकार्जुन खरगे का घोषणा पत्र नहीं जिन्ना का घोषणापत्र लगता है।" pic.twitter.com/Cdj3uYmkY4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 8, 2024
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हार का डर राहुल गांधी को अमेठी से वायनाड ले गया। वो जानते थे कि अमेठी से लड़े तो हार जाएंगे, इसीलिए वायनाड चले गए। अमेठी की जनता ने स्मृति ईरानी को अपना लिया है। उनके सुख-दुख में स्मृति ईरानी साथ खड़ी हैं। राहुल गांधी तो 5 साल में 5 बार भी अमेठी नहीं गए। हर नेता को पता होता है कि किस सीट पर उसकी हार-जीत का क्या समीकरण है। राहुल को भी पता था। इसलिए अमेठी के बजाय वायनाड से अपना नाम घोषित किया है। पिछले 10 साल से देश में PM मोदी न होते तो वेस्ट बंगाल कभी का बांग्लादेश में चला गया होता। ये तो भारत का सौभाग्य है कि देश को मोदी PM के रूप में मिले हैं। मुझे लगता है कि वेस्ट बंगाल की जनता TMC के अत्याचारों से अब इतना दुखी हो चुकी है कि 2024 में मोदी के समर्थन का पूरा मन बना चुकी है। (Acharya Pramod on Rahul)