नई दिल्ली : भारत को ‘भीख में मिली आजादी’ वाला बयान देकर विवादों में घिरीं बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत से पद्मश्री वापस लेने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। इसी कड़ी में अब दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक चिट्ठी लिखी है। स्वाति मालीवाल ने मांग की है कि अभिनेत्री कंगना रनौत को दिया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए।
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दरअसल कंगना ने पद्मश्री मिलने के बाद यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि भारत को “असली आजादी” 2014 में मिली और 1947 में देश को “भीख” मिली थी। बता दें कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे। मालीवाल ने अपने पत्र में लिखा कि अभिनेत्री ने “देश के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते हुए बयान दिया।” आयोग की अध्यक्ष ने रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग की।
कंगना रनाउत ऐसी महिला है जिसे गांधी भगत सिंह की शहादत मज़ाक़ लगती है और लाखों लोगों की त्याग तपस्या से हासिल आज़ादी भीख लगती है! इसको पुरस्कार की नही इलाज की ज़रूरत है!
मैंने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है कि तुरंत रनाउत का पद्म श्री वापिस लेके उसपे राष्ट्रद्रोह की FIR होनी चाहिए! pic.twitter.com/GqlwwUSpfK
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) November 14, 2021
उन्होंने लिखा कि इन बयानों से पता चलता है कि उनके अंदर शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और महात्मा गांधी जैसे हमारे अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति कितनी घृणा भरी हुई है, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी।
हम सबको पता है कि हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान के कारण हमें ब्रिटिश राज से आजादी मिली।