
रमेश शर्मा, संवाददाता, खरोरा : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के शुभ अवसर पर नेत्रकुंभ का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से आए लाखों श्रद्धालुओं की नेत्र जांच और उपचार की व्यवस्था की गई। इस महायज्ञ में लगभग 5 लाख मरीजों की निशुल्क नेत्र जांच, 2 लाख मरीजों को निशुल्क चश्मा वितरण, और 50 हजार मरीजों के मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह आयोजन स्वास्थ्य सेवा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
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इस महायज्ञ में छत्तीसगढ़ के खरोरा स्थित बघेल नेत्रालय के प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुकर बघेल ने अपनी अमूल्य सेवाएं प्रदान कीं। डॉक्टर बघेल ने न केवल अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से हजारों लोगों की मदद की, बल्कि समाज में सेवा और समर्पण का एक आदर्श प्रस्तुत किया।
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डॉ. मधुकर बघेल की इस पुण्य सेवा को लेकर क्षेत्र के सामाजिक संगठनों और गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी। डॉ. ठाकुर, संतोष शर्मा, एवं अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने डॉक्टर बघेल को इस महान कार्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। (Mahakumbh 2025)
डॉ. बघेल की सेवाभावना और मानवता के प्रति उनके समर्पण ने खरोरा और प्रदेश का मान बढ़ाया है। यह पल न केवल खरोरा बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।
“सेवा ही धर्म है” की भावना से ओतप्रोत डॉ. मधुकर बघेल नेत्रकुंभ में अपने योगदान से यह सिद्ध किया कि चिकित्सा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का सबसे बड़ा माध्यम है। (Mahakumbh 2025)