महासमुंद: महासमुंद जिला स्थित कोडार जलाशय में बोटिंग सुविधा के साथ टेंटिंग शुरू हो गई है। संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने वन चेतना केन्द्र कुहरी, इको पर्यटन कोडार जलाशय में इसका लोकार्पण किया। इस अवसर पर संसदीय सचिव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने का काम कर रही है। इससे पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिलेगा और सैलानी छत्तीसगढ़ की गौरवशाली विरासत, लोक संस्कृति से परिचित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना में सबसे अधिक प्रभावित होने वाले सेक्टर में पर्यटन क्षेत्र भी एक है। उन्होंने कहा कि अब स्थिति सामान्य हो गई है।
पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इससे व्यापार, व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा मिलता है। संसदीय सचिव चंद्राकर ने इको पर्यटन केन्द्र में मचान निर्माण के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा ऐतिहासिक नगर सिरपुर में भी पर्यटन को बढ़ावा देने हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। वहां भी सैलानियों के लिए रायकेरा तालाब में बोटिंग की सुविधा शुरू हो गई है। कुहरी से सिरपुर तक पांच चयनित जगहों पर सुन्दर कौशिल्या उपवन भी बनाए गए है। वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत ने इको पर्यटन केन्द्र योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इको पर्यटन केन्द्र का विकास एवं निर्माण 39 लाख की लागत से कराया गया है। कोडार जलाशय में नौका विहार के लिए बोटिंग की सुविधा सैलानियों को उपलब्ध है। यहां रियायती दर पर विश्राम के लिए चार टेंटिंग की भी व्यवस्था है। क्रिकेट, बॉलीबाल, कैरम, शतरंज के साथ ही निशानेबाजी की सुविधा भी इस इको पर्यटन केन्द्र में उपलब्ध है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस. आलोक, जिला पंचायत सदस्य अमर चंद्राकर, ग्राम सरपंच नीरा बाई, स्काउट गाइड के अध्यक्ष दाऊलाल चन्द्राकर सहित गणमान्य नागरिक, जिला स्तरीय अधिकारी, सैलानी एवं आसपास के ग्रामीणजन उपस्थित थे।