MahaKumbh 2025: महाकुंभ 2025 में प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार एक खास डिजिटल अनुभव मिलेगा, जिसमें एआई और चैटबॉट जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का समावेश होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पहली बार “कुंभ सहायक” नामक एक एआई जेनरेटिव चैटबॉट की व्यवस्था की है।
यह चैटबॉट भाषिनी एप की मदद से 10 से अधिक भाषाओं में जानकारी प्रदान करेगा, जिससे श्रद्धालुओं को महाकुंभ के इतिहास, परंपरा, स्नान घाट, साधु-संन्यासी, अखाड़ों, पार्किंग स्थल, रुकने-ठहरने के स्थान जैसी जानकारी सरलता से मिल सकेगी। कुंभ सहायक चैटबॉट में गूगल नेविगेशन, इंटरैक्टिव कनवरसेशन और व्यक्तिगत जीआईएफ जैसे फीचर शामिल होंगे, जिससे महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधाएं दी जा सकेंगी।
डिजिटल तकनीक से सज्जित “कुंभ सहायक”
Mahakumbh 2025 में डिजिटल तकनीकों का बेहतर उपयोग करते हुए “कुंभ सहायक” चैटबॉट तैयार किया गया है। अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि यह चैटबॉट महाकुंभ ऐप और व्हाट्स ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगा। यह चैटबॉट श्रद्धालुओं का व्यक्तिगत मार्गदर्शक बनेगा और उन्हें आवाज तथा टेक्स्ट के माध्यम से जानकारी देगा। चैटबॉट श्रद्धालुओं को महाकुंभ के प्रमुख स्थलों तक आसानी से पहुंचने में मदद करेगा और उनको महाकुंभ क्षेत्र का गहन अनुभव कराएगा।
15 दिसंबर तक पूरे होंगे मेले से जुड़े काम
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह मंगलवार को कुम्भ मेला प्राधिकरण में महाकुम्भ मेले की समीक्षा बैठक में शामिल हुए। बैठक के बाद उन्होने बताया, “अधिकारियों को मेले से जुड़े सभी महत्वपूर्ण कार्य 15 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार पिछले एक वर्ष से महाकुम्भ की तैयारी में लगी हुई है और लगभग 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। ये परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘इस बार के मेले में सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। इसलिए साइबर सुरक्षा से लेकर भौतिक सुरक्षा तक सभी की व्यवस्था की जा रही है। महाकुम्भ 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में लगने जा रहा है जहां लगभग 40,000 पुलिस बलों की तैनाती की जाएगी।
प्लास्टिक मुक्त रहेगा मेला क्षेत्र
मुख्य सचिव ने कहा, “पूरे मेला क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त रखा जाएगा। जहां भी अखाड़ों के शिविर होंगे.. भंडारों का आयोजन होगा, वहां दोना पत्तल आदि का इस्तेमाल किया जाएगा।” उन्होंने कहा, “विदेश से भी लोगों को महाकुम्भ मेले में आमंत्रित करने का काम शासन और प्रशासन द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें आने का निमंत्रण दिया है। अब मुख्यमंत्री विदेश मंत्री से मिलेंगे जिसके बाद विभिन्न दूतावासों के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। (MahaKumbh 2025)