राशिफल रविवार 10 अक्टूबर 2021 : राशिफल एवं सुखी जीवन के लिए करें यह उपाय। दिनांक – 10 अक्टूबर 2021, दिन-रविवार। तिथि – पंचमी तिथि। नक्षत्र –अनुराधा चन्द्र राशी –वृश्चिकराशी। व्रत – ललिता व्रत, नवदुर्गा -आज पांचवे से आठवे अध्याय का पाठ। कार्य सिद्ध सफल योग – 14:44-19:53तक। मूल-नहीं। बुध तुला में –अक्टूबर तक।
(आज का राशिफल 10अक्टूबर 2021)
मेष राशि – चू,चे,चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.
यह चिन्तापूर्ण समय है अत: किसी शुभ समाचार की आशा व्यर्थ होगी। आर्थिक दृष्टि से भी यह काल चुनोतीपूर्ण है। आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है। लाभप्रद व अच्छे कार्यों को बन्द करने की भी संभावना है। अपने वरिष्ठ व उच्चाधिकारी से कार्यालय में मधुर सम्बन्ध रखें। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की भी आवश्यकता है। पाचन तंत्र या श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है। कार्य मन के अनुकूल नही होने से तनाव, विवाद संभव है। “यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए।
यह भी पढ़ें : ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा, हादसे में 4 लोगों की हुई मौत
वृष राशि – ई, उ,ए, ओ, वा,वी, वू,वे, वो.
सकारात्मक परिवर्तन होंगे। यह समय सुख सुविधा का है। कार्यों में सफलता का योग है। आर्थिक दृष्टि से यह समय आपके लिए शुभ है। आपको शेयर,जोखिम के कार्य में (अपने कार्य में) लाभ हो सकता है। यह समय आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है। आप सफल हो सकते हैं। यह समय आपके लिए आपके हिस्से की ख़ुशी लाएगी। “यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए।
मिथुन राशि – का, की, कू,घ,ड,छ,के, को, ह.
यह समय आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है। आप सफल हो सकते हैं। यह समय आपके लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है। आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे। नए मित्र भी बनाएँगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप नि:रोग काया का आनन्द उठाएँगे। कुल मिलाकर इस अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे। विशेष रुप से महिला मित्रो से सुख मिलेगा। उदर कष्ट संभव है।
कर्क राशि – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू,डे,डो.
कुछ मिले जुले नकारात्मक (विरोधी) परिणाम आते हैं। आपको अपने द्वारा ली गई जिम्मेदारी निर्वाह मे कठिनाई आएगी। चन्द्रमा के इस परागोचर की गति बाधाओं की सूचक है। व्यापारी मे जो भी लाभप्रद लेन-देन ,सम्पन्न करने में कुछ कठिनाइयाँ आ सकती हैं। यात्रा कष्ट एवं बाधा है। अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण आप मानसिक रुप से अशांत रहेंगे। कार्य स्थल पर मित्रों को मनचाही सराहना मिलेगी और इस सबसे आप को अवसाद,एवं मन त्रस्त होगा। धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें। “यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए।
सिंह राशि – मा, मी,मू,मे,मो,टा,टी, टू, टे.
चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है। इस विशेष समय आपको यश ,ख्याति देने हेतु तत्पर हैं। प्रयास के प्रणाम पक्ष मे आएंगे। यह दिन धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र व महिला मित्रों से प्रसन्नता प्राप्त होगी। सम्पर्क मिल सकता है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। विशेष- महिला वर्ग के लिए विघ्नप्रद दिन होगा।
कन्या राशि- टो,प,पी, पू,ष,ण,ठ,पे, पो.
चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है। इस विशेष समय आपको यश, ख्याति देने हेतु तत्पर हैं। प्रयास के प्रणाम पक्ष मे आएंगे। यह दिन धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र व महिला मित्रों से प्रसन्नता प्राप्त होगी। सम्पर्क मिल सकता है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। विशेष- महिला वर्ग के लिए विघ्नप्रद दिन होगा। “यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए। नियंत्रण रखता उचित होगा।
तुला राशि – रा, री, रू,रे, रो, ता,ती, तू, ते.
यह दिन व्यय या धन की हानि दर्शाता है। आज यदि आप विवाद में भी पड़ें तो वह व्यर्थ में झगड़े का रुप ले सकता है। आपके सम्मान के लिए ये अत्यंत नाजुक दौर है। अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बचाए रखें क्योंकि तनिक सी भी असावधानी इन्हें ठेस पहुँचा सकती है। कार्य, व्यापार या कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं। विश्वास रखें, परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा|परिवार सुख मे कमी होगी। “यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए। नियंत्रण रखता उचित होगा।
यह भी पढ़ें : शारदीय नवरात्री : शीघ्र सफलता के लिए दुर्गा पूजा का यह हैं सही समय, पढ़ें पूरा लेख
वृश्चिक राशि – तो, ना, नी,नू,ने, नो, या, यी,यू.
सफलता, सौभाग्य, सुख व सम्मान इस दिन की विशेषता है। यह समय आपके व आपके परिवार के लिए रोगों से मुक्त रहने का है। जीवन में शान्ति का मनोभाव आपको संतोष प्रदान करेगा। अपनी ही भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक संवेदनशील न बन जाएं। आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है। दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं।
मकर राशि – भो,जा, जी, खी,खू,खे, खो, ग,गी.
यह अच्छा दिन व्यतीत होगा। इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का योग है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। आप सत्ता में अधिकारी के पद का सुख उपभोग कर सकते हैं। “यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए। नियंत्रण रखता उचित होगा। विशेष- महिला वर्ग के लिए विघ्नप्रद दिन होगा।
कुंभ राशि – गू, गे,गो, सा, सी, सू,से, सो, द.
यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। कृषि उपज का लाभ सामान्य से अधिक होग। आपको अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त हो सकती है। व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है। आप मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे।
मीन राशि – दी, दू,थ,झ,ञ,दे, दो, चा,ची
यह दिन चिंता एवं व्यएथ की आशंका का सूचक है। आपको अपने व्यापार मे परिश्रम अतिरिक्त करना होगा। पेट की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है अत: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। अनिद्रा की बीमारी भी हो सकती है। मानसिक रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं। यह सब कुछ होते हुए भी इस अवधि में कुछ सुखद संतुष्टि एवं आध्यत्मिक आलोकमय भी है। आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है।विघ्न,बाधा,दुर्भाग्य आपकी योग्यता ज्ञान एवं अनुभव को चुनोती दे सकता। घर व धन सम्बन्धी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ सकती है।
तिथि के अनिष्ट प्रभाव के उपाय :
फल, खट्टेपदार्थ, मूली, करेला, तेल व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे। बेल फल, फल, खटाई या खट्टी वस्तु खाने से कलंक लगता है।
हविष्य (अग्नि को अर्पित भोजन का शेष ) भोजन में शामिल करे।
कार्य के पूर्व : नागों की पूजा करने से विष का भय नहीं रहतास्त्री और पुत्र प्राप्त होते हैं और लक्ष्मी भी प्राप्त होती है।
ॐ द्वादश नाग राजाय नम:। ऊं सर्पेभ्यो नम: तथा नाग गायत्री ऊं नव कुलाय विद महे विष दंताय धीमहि तन्नो सर्प प्रचोदयात।
दिन के अनिष्ट नाशकउपाय :
सर्वसिद्धिम,सफलताम च सर्व वान्छाम पूरय पूरय में नम: / स्वाहा।
स्नान जल मे कनेर पुष्प ,केसर,खसइलायची मिला कर स्नान करे।
सूर्य देव को जल अर्पण करे।
मंत्र -खखोलकाय नमः।
बाधा मुक्ति के लिए दान :
गुड, लाल, वस्त्र, पुष्पतांबा नारंगी वस्तु, लाल चन्दन कनेर लाल पुष्प।
दान -लाल गाय, सूर्य मंदिर 10 वर्ष तक के बच्चे, विष्णु,कृष्ण मंदिर मे दे सकते है।
दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं : रसाल, आम, घी, पान मे से कोई भी पदार्थ।
सफलता के लिए :
ओम सप्त तुरंगाय विद्महे सहस्त्र किरणाय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात्। आपो ज्योति रस अमृतम। परो रजसे सावादोंम।
नक्षत्र उपाय :
लाल पुष्पों से भगवान मित्रदेव की भक्तिपूर्वक विधिवत पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और वह इस लोक में चिरकाल तक जीवित रहता है। मित्र देवाय नम:।