बांग्लादेश में हिंसा को लेकर भारत के सांसदों ने जताई चिंता, जानिए किसने क्या कहा ?

बांग्लादेश में हिंसा भड़कती जा रही है, जिसे लेकर भारत के सांसदों ने चिंता जताई है। भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है। यही कारण है कि उस देश के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का निर्णय हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा लिया गया है। यह काम पीएम मोदी ही कर सकते हैं और कोई देश अल्पसंख्यक समाज के लोगों को संरक्षण नहीं दे सकता है। इसलिए PM मोदी को इस मामले में जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बांग्लादेश की जो स्थिति है वो बहुत चिंताजनक है।

उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था कुछ नहीं है। वहां लोकतंत्र की धज्जियां उड़ गई। वहां अराजकता ही अराजकता है, अल्पसंख्यक बहुत संकट में हैं। आज सदन में हमारे विदेश मंत्री ने वहां की स्थिति रखी है। मुझे संतोष है कि विपक्ष ने इस पर सकारात्मक रूख रखा है कि हम ऐसे मुद्दों पर देश के साथ हैं ये बहुत अच्छी बात हुई है। कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि उन्होंने वहां की स्थिति का विवरण दिया है। वहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए सरकार बात कर रही है। मुझे लगता है कि उस पर त्वरित कार्रवाई की जरूरत है। वहां इस्कॉन मंदिर पर भी हमला हुआ है। वो एक गंभीर बात है। वहां अल्पसंख्यक और भारतीयों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

सांसद शुक्ला ने कहा कि सरकार को इस पर गंभीरता से ताकत लगाकर इसे देखना चाहिए। मंदिरों को तोड़ने जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। शेख हसीना की सरकार मित्रतापूर्ण वाली सरकार थी। अब की सरकार कैसी होगी इसकी कोई जानकारी नहीं है। हम सब सरकार पर छोड़ रहे हैं कि सरकार शांति की स्थापना की कोशिश करे। हमारे बांग्लादेश से रिश्ते अच्छे रहने चाहिए। JD(U) प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि बांग्लादेश के बदलाव भारत को चिंतित करने वाले हैं। उनके विरुद्ध जिस तरह से विद्रोह हुआ है और जिन ताकतों के हाथ में सत्ता आई है वो खतरनाक लोग हैं।

RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले कुछ हफ्तों से चल रही घटनाओं पर नजर रख रहे हैं और एक खाका भी होगा। यह एक बहुस्तरीय वास्तुकला है। लोकतंत्र की आकांक्षा को संबोधित नहीं किया गया। अगर हम इस पूरी वास्तुकला को समझते हैं, तो यह सब कुछ की परिणति है। शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा। हम इस बहुस्तरीय वास्तुकला को समझने के बाद हमारी सरकार जो भी निर्णय लेगी, हम उसके साथ खड़े होंगे। शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि जिस देश को हमने बनाया है उस देश की हालत देखिए। वो इसलिए कि लोकतंत्र के नाम पर वहां तानाशाही चल रही थी।

सांसद संजय राउत ने कहा कि विरोधियों को जेल में डाला गया, झूठे मुकदमे चले। महंगाई हो गई बेरोजगारी बढ़ गई। सत्ताधारी घूमते रहे। लोकतांत्रिक देश में जनता एक हद कर सहती है बाद में सड़क पर उतरती है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि मुझे लगता है कि यह एक अच्छा कदम है कि विदेश मंत्री सभी पार्टी नेताओं को जानकारी दे रहे हैं। हम इस कदम का स्वागत करते हैं, जहां तक राष्ट्रीय सुरक्षा और हमारे नागरिकों की सुरक्षा का सवाल है, हम पूरी तरह से सरकार के साथ हैं। बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, वह बहुत चिंताजनक है। हम सिर्फ यह नहीं कह सकते कि यह सिर्फ एक अलोकप्रिय सरकार को गिराने की घटना है, ऐसा लगता है कि यह उससे कहीं ज्यादा गंभीर है।

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि बांग्लादेश की परिस्थिति बहुत संवेदनशील है, जिस तरह के हालात इस समय बांग्लादेश में बने हुए हैं वो पूर्व और दक्षिण एशिया के लिए चिंताजनक हैं। JDU सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि परिस्थिति बहुत चिंताजनक है। मुझे विश्वास है कि इस पर भारत सरकार की नजर होगी। ये चिंता का विषय है। कांग्रेस सांसद शशि थरुर ने कहा कि सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण संकेत जो हमें बांग्लादेश के लोगों को भेजना है, वह यह है कि हम उनके साथ खड़े हैं। हम लोगों के साथ हैं, हम उनके अपने राजनीतिक भाग्य और अपने प्रतिनिधि का निर्धारण करने के अधिकार के लिए खड़े हैं। यह कहने के बाद, हमें स्पष्ट रूप से बहुत अधिक सतर्क रहना होगा। कुछ परेशान करने वाली रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं। उम्मीद है कि वहां माहौल शांत हो। वहां स्थिति आने वाले एक-दो दिन में स्थिर हो सकती है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो निश्चित रूप से हमारे देश में शरणार्थियों के आने का खतरा है।

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