नेशनल न्यूज।।
भारतीय रेलवे ने देश के युवाओं में कौशल को पहचानने व उनके लिए रोजगार उपलब्ध कराने का जिम्मा उठाया है। भारतीय रेलवे ने देश के बेरोजगार युवाओं के लिए ट्रेनिंग की खास स्कीम शुरू की है।इसके तहत 50 हजार युवाओं को अलग-अलग तरह के 4 ट्रेड की ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग के बाद युवा अपने-अपने क्षेत्र में रोजगार पा सकते हैं।इस स्कीम का नाम रेल कौशल विकास योजना है।इस योजना के अंतर्गत युवाओं को फिटर, वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन के हुनर की ट्रेनिंग दी जाएगी।फिटर, वेल्डर और इलेक्ट्रीशियन जैसे ट्रेड किसी भी उद्योग या कल-कारखानों में काम के लिए बहुत जरूरी माने जाते हैं।
सरकार ने ट्रेनिंग के पीछे यही योजना रखी है कि देश के युवा इन ट्रेड में प्रशिक्षण लेकर रोजगार पा सकेंगे।रेलवे में भी इस तरह के काम बड़े स्तर पर होते हैं। उम्मीद है कि ट्रेनिंग के बाद युवाओं के लिए रेलवे में भी मौके मिल सकते हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को रेलवे ने रेल कौशल विकास योजना की शुरुआत की है।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में भारी बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट…
75 जगहों पर ट्रेनिंग प्रोग्राम
रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत देश के अलग-अलग 75 जगहों पर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कर दिया गया है। युवाओं को चार अलग-अलग फील्ड में ट्रेनिंग दी जाएगी जिनमें वेल्डर, फिटर, मशीनरी और इलेक्ट्रीशियन जैसे ट्रेड शामिल हैं।इस ट्रेनिंग से युवा आत्मनिर्भर और हुनरमंद होंगे, साथ ही रोजगार पाने में भी मदद मिलेगी। यह ट्रेनिंग प्रोग्राम पूरी तरह से मुफ्त होगा और बिना कोई शुल्क चुकाए युवा 4 तरह के ट्रेड में ट्रेनिंग ले सकेंगे।
ट्रेनिंग खत्म होने के बाद युवाओं को सर्टिफिकेट दिया जाएगा।यह सर्टिफिकेट रेलवे के अलग-अलग ट्रेनिंग सेंटर से जारी किया जाएगा। 18 से 35 वर्ष के युवा इस ट्रेनिंग में हिस्सा ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में मंडराता डेंगू का खतरा… कोरोना से ज्यादा मिल रहे डेंगू टाइप-2 के मरीज
आगे और जुड़ेंगे ट्रेड
वेल्डिंग, फिटर, मशीनरी और इलेक्ट्रीशियन की ट्रेनिंग दी जाएगी, लेकिन आगे इसमें और भी ट्रेड जोड़े जाएंगे।रेलवे के इंस्ट्रूमेंटेशन, सिंगलिंग, कंक्रीट मिक्सिंग, रोड वेंडिंग, कंक्रीट टेस्टिंग, इलेक्ट्रॉनिक कार्ड रिप्लेसमेंट जैसे ट्रेड भी ट्रेनिंग में जोड़े जाएंगे। ट्रेनिंग प्रोग्राम का कोर्स बनारस लोकोमोटिव वर्क्स तैयार करेगा।बनारस लोकोमोटिव वर्क्स को ही इस योजना का नोडल यूनिट बनाया गया है।
कौशल योजना की खास बातें
- आवेदक की उम्र 18 से 35 साल होनी चाहिए और हाईस्कूल पास होना चाहिए
- हाईस्कूल में मिले नंबर या मेरिट के आधार पर ट्रेनिंग के लिए सलेक्शन किया जाएगा
- रेल कौशल विकास योजना के तहत कोई आरक्षण लागू नहीं है
- ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को क्लास में 75 परसेंट हाजिरी अनिवार्य है
- ट्रेनिंग की अवधि 100 घंटे या 3 हफ्ते की रखी गई है
- ट्रेनिंग पूरा होने के बाद युवा को एक परीक्षा देनी होगी जिसमें लिखित परीक्षा में कम से कम 55 प्रतिशत और प्रैक्टिकल में कम से कम 60 प्रतिशत लाना जरूरी होगा
- ट्रेनिंग पूरी तरह से मुफ्त है लेकिन प्रशिक्षु को अपने रहने, खाने-पीने और आने-जाने का खर्च उठाना होगा
- इस योजना में हिस्सा लेने के लिए प्रशिक्षु को आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आयु का प्रमाण, दसवीं कक्षा की मार्कशीट, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और मोबाइल नंबर देना होगा।