![मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन के बजाय भाजपा को आत्मग्लानि कर मंदिर के सामने प्रायश्चित करना चाहिए](https://www.anmolnews24.com/wp-content/uploads/2021/11/20211124_181248_0000.png)
कवर्धा में दंगा भड़काने वाली भाजपा वहाँ पर शांति की स्थापना के बाद फिर से तनाव बढ़ाने स्तरहीन राजनीति कर रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कवर्धा में दंगा भड़काने का महा पाप करने वाली भाजपा को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन करने के बजाय आत्मग्लानि कर किसी मंदिर के सामने प्रायश्चित करना चाहिए।
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युवकों की टोली के छोटे से आपसी झगड़े को भाजपा और सहयोगी संगठन के लोगों ने साम्प्रदायिक तनाव का रंग दिया। कवर्धा के बाहर से भाजपा आरएसएस और उनके सहयोगी संगठन के कार्यकर्ताओ को वहां बुलवा कर माहौल को और खराब कराने की कोशिश की गई। शांति मार्च निकालने के नाम पर राजनांदगांव के भाजपा सांसद संतोष पांडे और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने जानबूझकर आपत्तिजनक नारे लगवा कर दंगा भड़काया ।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के छोटे-बड़े सभी नेता कवर्धा गए पर किसी ने भी वहां पर शांति की अपील नही किया। सभी नेता चाहते थे यह तनाव और बढ़े और इसका विस्तार कवर्धा से निकल कर प्रदेश में सब जगह हो ताकि भाजपा अपनी राजनैतिक रोटी सेक सके। आरएसएस और भाजपा ने इस मामले को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन करने का प्रयास किया लेकिन उनके आंदोलन को जनसमर्थन नहीं मिल पाया।
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प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में नहीं रहती अपने अस्तित्व के संकट से जूझती है तब वह धर्म का सहारा लेती है। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा के पास जनहित के मामलों में उठाने को कुछ बचा नही है। राज्य की भूपेश सरकार हर वर्ग के उन्नति और विकास के लिए इतना कुछ कर रही कि विपक्षी भाजपा के सामने अपनी राजनीति को बचाने का संकट पैदा हो गया है। इसलिए भाजपा साम्प्रदायिक दंगे करवा कर, धर्मांतरण का झूठा हव्वा खड़ा कर ध्रुवीकरण की कोशिश में लगी है। राज्य की प्रबुद्ध जनता भाजपा की कुचाल को समझ रही है ।