रायपुर की आग को लेकर सियासत, PCC चीफ दीपक बैज ने उठाए सवाल, CM और डिप्टी CM ने दिया जवाब

Politics on Raipur Fire: रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में स्थित बिजली कंपनी CSPDCL के मुख्य गोडाउन में आग लगने की घटना को लेकर सियासत शुरू हो गई है। इसे लेकर PCC चीफ दीपक बैज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का है। आग जानबूझकर लगाई गई है। इसमें अंदेशा है कि एक बड़ा घोटाला हुआ है। इसलिए इतनी बड़ी आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। इतने संसाधन रहते हुए भी आग पर काबू नहीं पाया गया। लगता है घोटालों को दबाने के लिए आगजनी की घटना हुई है। यही वजह है कि अफसर देर से घटनास्थल पर पहुंचे।

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वहीं बैज के बयान पर CM विष्णुदेव साय ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हमने इस पूरे घटनाक्रम की जांच की घोषणा की है। टीम गठित कर दी गई है। जांच के बाद पता चलेगा कि किस वजह से आग लगी है। सब ने मिलकर आग पर काबू पाने के लिए बेहतर काम किया है। डिप्टी CM अरुण साव ने भी PCC चीफ दीपक बैज के लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जो बिजली विभाग में दुर्भाग्यजनक घटना घटी है, उसकी जांच होगी। जांच रिपोर्ट के मुताबिक कार्रवाई होगी। घटना के दौरान प्रशासन पूरी तरह मौजूद रही। ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसमें भी कोई राजनीति करना चाहता है तो ये ठीक नहीं है। (Politics on Raipur Fire)

घटना की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच समिति गठित की गई है, जो एक सप्ताह के भीतर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी। जांच के लिए बनाए गए समिति में भीम सिंह कंवर कार्यपालक निदेशक, संदीप वर्मा कार्यपालक निदेशक, यशवंत शिलेदार अति. मुख्य अभियंता, गोपाल मूर्ति अतिमहाप्रबंधक (वित्त), ए.श्रीनिवास राव मुख्य सुरक्षा अधिकारी और अधीक्षण अभियंता डीडी चौधरी शामिल है। समिति आग लगने के कारणों, जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी, एजेंसी, कंपनी को वित्तीय और भौतिक नुकसान, भंडार गृह के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था और अन्य दुर्घटनाओं के रोकथाम के संबंध में जांच करेगी। वहीं कलेक्टर ने आग से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। साथ ही 40 परिवारों को 3 लाख 60 हजार रुपए की राहत राशि दी।  (Politics on Raipur Fire)

400 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान !

बता दें कि आग लगने से 4 हजार ट्रांसफॉर्मर, मीटर, कंडक्टर, वायर और ऑयल जलकर खाक हो गया है। इस घटना से बिजली कंपनी को 400 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। बता दें कि साढ़े 3 एकड़ में फैले गोदाम का लगभग पूरा हिस्सा आग की चपेट में आ गया। करीब 11 घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया है। कल दोपहर 1.30 बजे गोदाम में आग लगी थी, जिसके बाद वहां रखे हजारों ट्रांसफॉर्मर पटाखे की तरह फटने लगे। जैसे-जैसे आग बढ़ी तो दूर-दूर तक आसमान में धुएं का गुबार दिखने लगा। पुलिस ने 3 किलोमीटर के दायरे को खाली कराते हुए रास्ता ब्लॉक कर दिया था। इसके अलावा आसपास के घर भी खाली कराए गए। भीषण आग पर रात 11 बजे तक 30 से 40 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से काबू पाया गया। ये ट्रांसफॉर्मर गोदाम गुढ़ियारी थाना के कोटा इलाके में है। (Politics on Raipur Fire)

दोपहर डेढ़ बजे हुआ तेज धमाका 

गोदाम के एक कर्मचारी ने बताया कि दोपहर डेढ़ बजे तेज धमाका हुआ। आवाज सुनकर सभी लोग अंदर की तरफ दौड़े तो देखा कि ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी वहां से कुछ दूरी पर पड़े ड्रम में जाकर गिरी। जब तक कुछ समझ पाते ड्रम सुलगने लगे और धमाके होने लगे, जिस तरफ धमाके हो रहे थे उससे कुछ दूरी पर बड़ी संख्या में इंजन ऑयल से भरे ड्रम रखे थे। ड्रमों को वहां पर मौजूद कर्मचारियों ने धकेलकर स्टोर से बाहर निकालना शुरू किया। कुछ ड्रमों के ढक्कन खोल दिए। आग बढ़ने लगी तो सभी कर्मचारी बाहर सड़क की तरफ निकल आए। आग की लपटें देखकर भीड़ जमा होने लगी, इतने में पुलिस भी पहुंच गई। भीड़ को स्टोर की बाउंड्री से बाहर किया गया। इस दौरान विभागीय अधिकारी और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई और आग बुझाने लगी। (Politics on Raipur Fire)

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