Chhattisgarh Me Food Poisoning: छत्तीसगढ़ में फूड पॉइजनिंग की शिकार हुई नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं, एक की मौत, 45 की हालत गंभीर

Chhattisgarh Me Food Poisoning: छत्तीसगढ़ में बारिश के साथ ही फूड पॉइजनिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। इसी बीच भिलाई के मॉडल टाउन क्षेत्र में संचालित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज की 60 छात्राएं फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गई हैं। सभी छात्राओं को नेहरू नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से एक छात्रा की मौत हो गई है। वहीं 46 छात्राओं की हालत गंभीर बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक नर्सिंग कॉलेज में 300 छात्राएं हॉस्टल में रहकर ANM और नर्सिंग का कोर्स कर रही हैं।

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वहीं 4 दिन पहले कुछ छात्राओं को फूड पॉइजनिंग की शिकायत हुई थी। प्रबंधन ने उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया। इसके बाद एक-एक कर और भी छात्राओं की तबीयत बिगड़ती चली गई। इस तरह अब तक 46 छात्राओं की हालत गंभीर है। जबकि 13 अन्य ही हालत ठीक है। कॉलेज प्रबंधन बीते तीन दिनों से ये मामला दबाए हुए था। चौथे दिन जब बालोद निवासी कामिनी की मौत हुई तो मामला आग की तरह फैला। जानकारी मिलते ही भिलाई नगर निगम के मेयर नीरज पाल, आयुक्त लोकेश चंद्राकर, उपायुक्त अशोक द्विवेदी, पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा समेत अन्य लोग पहुंचे। (Chhattisgarh Me Food Poisoning)

मेयर ने कही मामले की जांच कराने की बात 

महापौर नीरज पाल ने दुर्ग कलेक्टर से बात की और मामले की जांच कराने की बात कही है। नीरज पाल ने निगम आयुक्त को निर्देश दिया है कि वे खुद मामले की जांच कराएं और गलती पाए जाने प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इधर, रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन ने छात्रा कामिनी की मौत की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है। कॉलेज के GM ने कहा कि कामिनी की तबीयत खराब जरूर हुई थी, लेकिन वह ठीक हो गई थी। इसके बाद उसके परिजन उसे बालौद घर लेकर चले गए थे। वहां उसकी मौत हुई है। इस मौत के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। वहीं जब मेयर नीरज पाल ने बीमार छात्राओं से बात की तो उन्होंने बताया कि मेस में उन्हें घटिया खाना दिया जाता था। बासी खाना खिलाया जाता था। दाल पानी की तरह होती थी। सब्जी, चावल और रोटी की क्वालिटी बिल्कुल खराब थी। बासी और खराब खाना खाने से ही उनकी तबीयत बिगड़ी है। (Chhattisgarh Me Food Poisoning)

जानिए क्या है फूड पॉइजनिंग

छात्राओं से बाद करने के बाद मेयर नीरज पाल ने आदेश दिया है कि भिलाई नगर निगम क्षेत्र में जितने भी कॉलेज और अन्य हॉस्टल हैं उसकी एक-एक करके जांच की जाए। वहां दिए जाने वाले खाने के मैन्यू और मिलने वाले खाने की जांच कर देखा जाए। अगर कहीं भी कोई कमी पाई जाती है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बता दें कि फूड पॉइजनिंग पेट से संबंधित एक संक्रमण है, जो कि स्टैफिलोकोकस नामक बैक्टीरिया, वायरस या अन्य जीवाणुओं के चलते हो सकता है। यह बैक्टीरिया, वायरस या अन्य जीवाणु हमारे खाने के साथ पेट में चले जाते हैं जिसकी वजह से फूड पाइजनिंग जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है। खाने के अलावा गंदा पानी पीने, ज्यादा पानी पीने से या कोई अन्य ड्रिंक लेने की वजह से भी फूड पॉइजनिंग की समस्या हो जाती है, जिसकी वजह लगातार उल्टियां आने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। (Chhattisgarh Me Food Poisoning)

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