Monkeypox Case: देश में बढ़ रहे मंकीपॉक्स के मामले, राजधानी में 5वें मरीज की पुष्टि

Monkeypox Case: भारत में कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स का खतरा मंडराने लगा है। दरअसल, दिल्ली में मंकीपॉक्स का 5वां केस सामने आया है। संक्रमित 22 साल की महिला है, जिसे लोकनायक अस्पताल में एडमिट कराया गया है। महिला की हालिया ट्रैवल हिस्ट्री सामने नहीं आई है। देश में मंकीपॉक्स के कुल 10 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 5 दिल्ली से और 5 केरल से हैं। दिल्ली में मिले 5 संक्रमितों में से 3 नाइजीरियाई नागरिक हैं। देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला 14 जुलाई को केरल के कोल्लम में पाया गया।

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देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने जरूरी गाइडलाइन जारी की हैं, इनमें 21 दिनों का आइसोलेशन और ट्रिपल लेयर का मास्क पहनना शामिल है। इसके अलावा सरकार ने मंकीपॉक्स की जांच के लिए टेस्टिंग किट और वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर निकाला है। 10 अगस्त तक वैक्सीन कंपनियां अप्लाई कर सकती हैं। WHO के चीफ टेड्रोस ने कहा कि इस वायरस से सबसे ज्यादा वे पुरुष प्रभावित हो रहे हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं। मंकीपॉक्स से बचने के लिए जरुरी है कि पुरुष अपने सेक्सुअल पार्टनर सीमित करें। (Monkeypox Case)

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केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक मंकीपॉक्स संक्रमित रोगी को 21 दिन तक क्वारंटाइन रहना होगा। चेहरे पर मास्क पहनने के साथ-साथ हाथों को धोते रहें। मास्क तीन लेयर वाला पहनना चाहिए। घावों को पूरी तरह से ढककर रखें। पूरी तरह से ठीक होने तक अस्पताल में रहना होगा। अस्पताल के वार्ड में भर्ती संक्रमित रोगी या फिर संदिग्ध रोगी की किसी भी दूषित चीजों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को तब तक ड्यूटी से बाहर नहीं करना है, जब तक उनमें कोई लक्षण विकसित न हो। हालांकि ऐसे स्वास्थ्य कर्मचारियों की 21 दिन तक निगरानी बहुत जरूरी है। (Monkeypox Case)

मंकीपॉक्स के लिए डाइग्नोस्टिक किट्स तैयार करने के निर्देश

वहीं मंकीपॉक्स मरीज के संपर्क में आने, उससे शारीरिक संपर्क बनाने या फिर उसके आसपास दूषित चीजों जैसे कपड़े, बिस्तर आदि के संपर्क में आने पर संक्रमण फैल सकता है। इससे बचना बहुत जरूरी है। मंकीपॉक्स से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने वैक्सीन मेकर कंपनियों से कहा है कि वो सबसे पहले मंकीपॉक्स के लिए डाइग्नोस्टिक किट्स तैयार करें, ताकि इस रोग की पहचान जल्द और सटीक हो सके। इसके साथ ही बीमारी से निपटने के लिए वैक्सीन भी तैयार करना जरूरी है। इस पर भी तेजी से काम किया जाए। इसके लिए ICMR ने कंपनियों से प्रस्ताव भी मांगे हैं। देश में मंकीपॉक्स का पहला केस 14 जुलाई को केरल के कोल्लम में मिला था। इसके बाद केरल में ही 18 और 22 जुलाई को दूसरे और तीसरे केस की पुष्टि हुई थी। ये तीनों मरीज खाड़ी देशों से लौटे थे। (Monkeypox Case)  

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