Paddy Issue in Assembly: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन धान खरीदी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार ने धान खरीदी की व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। बारदाने की कमी है। टोकन देने में अव्यवस्था है। आखिर सरकार में चल किसकी रही है। सांसद के भतीजे के यहां छापा पड़ जाता है। सरकार आवाज उठाने वालों की आवाज दबा रही है। पूर्व CM बघेल ने कहा कि किसान परेशान है। सरकार धान खरीदना नहीं चाहती है। प्रदेश में अव्यवस्था का आलम है।
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वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने प्रदेश में बारदाना खरीदी में अनियमितता और अमानक बारदाने का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया। उन्होंने कहा कि निजी जूट मिलों को आर्थिक लाभ पहुंचाया जा रहा है। प्रदेशभर में नए बारदाने की जांच कराई जाए। इस पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बारदाने की खरीदी नियमों के तहत की जाती है। अमानक बारदाने को जूट कमिश्नर को क्लेम किया जाता है। बारदाना भारत सरकार के निर्धारित गुणवत्ता के मापदंड के अनुरूप है। निजी जूट मिलों को फायदा नहीं पहुंचाया जा रहा है। (Paddy Issue in Assembly)
नेता प्रतिपक्ष ने पूछे सवाल
खाद्य मंत्री ने कहा कि वास्तविक वजन से किसानों से धान खरीदा जा रहा है। इस पर महंत ने कहा कि बोरे का वजन 580 ग्राम होना चाहिए, लेकिन सरकार के खरीदे गए बोरे का वजन 480 ग्राम है। ऐसे में एक बोरा से 100 ग्राम ज्यादा धान किसानों से लिया जा रहा है। क्या विधायक दल की समिति बनाकर अमानक बारदाने की जांच कराएंगे? इस पर खाद्य मंत्री ने कहा कि जिला स्तर की टीम भेजकर जांच कराया गया है। कोई अमानक बारदाना नहीं पाया गया है बारदाना। समिति बनाकर जांच कराने की जरूरत नहीं है। इसे लेकर महंत ने कहा कि प्रदेश के हर किसान के बोरे से 100 ग्राम धान खाया जा रहा है, जिसे मंत्री संरक्षित कर रहे हैं। इसका भी जवाब मंत्री ने दिया, लेकिन विपक्ष ने जवाब से असंतुष्ट होकर विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। (Paddy Issue in Assembly)