छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को नहीं खुलेंगे शराब दुकान, CM विष्णुदेव साय ने की बड़ी घोषणा
Chhattisgarh on 22 January: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि 22 जनवरी को पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में शुष्क दिवस घोषित करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है। अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित होने वाला है। इसको लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में सभी लोगों में खुशी का माहौल है। इस दिन पूरे प्रदेश में उत्सव का माहौल रहेगा। घरों में दीपावली की तरह दीप भी प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें:- डिप्टी CM विजय शर्मा ने घायल जवानों से की मुलाकात, जल्द स्वस्थ होने की कामना
छत्तीसगढ़ सरकार ने 22 जनवरी को पूरा छत्तीसगढ़ राज्य में शुष्क दिवस घोषित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलला के भोग के लिए उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ से सब्जी उत्पादक किसानों की ओर से सब्जियों की खेप अयोध्या रवाना की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके पहले 30 दिसंबर को राइस मिलर्स के सहयोग से रामलला के भोग के लिए छत्तीसगढ़ से 300 मीट्रिक टन सुगंधित चावल अयोध्या भेजा गया है। CM साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में 25 दिसंबर से 2 जनवरी तक सुशासन सप्ताह मनाया गया। हमारा सुशासन का संकल्प और आदर्श रामराज्य रहा है। (Chhattisgarh on 22 January)
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, "…हमारा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है और यह भी सौभाग्य है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा होने वाला है और छत्तीसगढ़ में सभी लोगों में बहुत खुशी है… यहां राइस मिलर संगठन… pic.twitter.com/PWbJJ8pNvJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 2, 2024
छत्तीसगढ़ में भगवान राम को सिर्फ पूजते ही नहीं है बल्कि प्रदेश के लोग उन्हें भांजे के रूप में अपना आराध्य देव भी मानते हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे चंदखुरी में सफेद कमल खिले तालाब के बीचो-बीच माता कौशल्या का भव्य मंदिर है। इसे 10वीं शताब्दी में बनाया गया था। त्रेता युग में इसे कौशलपुर नगरी के नाम से पुकारा जाता था। पुराणों के मुताबिक भगवान राम की माता कौशल्या का जन्म स्थान छत्तीसगढ़ है। यह उनका मायका है। भगवान राम का ननिहाल है। चंदखुरी में बने भव्य मंदिर में माता कौशल्या की गोद में भगवान राम बैठे हुए दिखाई देते हैं। इसी जगह को भगवान राम का ननिहाल कहते हैं। भूपेश सरकार में राम वनगमन पथ के तहत इस मंदिर का भव्य निर्माण किया गया है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम जब वनवास पर निकले थे तो यही से उन्होंने दक्षिण भारत की यात्रा की शुरुआत की थी। (Chhattisgarh on 22 January)
राम काज करिबे को आतुर…
आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है, जिस पर हर सनातनी को गर्व है।
मेरे प्रदेश के अन्नदाताओं ने भी राम काज के लिए अपने खेतों से उगाई गई 100 टन सब्जियां राम मंदिर निर्माण कार्य… pic.twitter.com/fD3OvLiod0
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 2, 2024