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Petrol and Diesel: देश में फिर बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम!, जानिए क्या है इसकी वजह

Petrol and Diesel: देश में डेढ़ महीने से डीजल और पेट्रोल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन अब ये राहत ज्यादा दिन तक नहीं मिलने वाली है। बहुत जल्द फिर से डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने के आसार हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार डीजल के दाम में बढ़ोतरी पेट्रोल से ज्यादा होगी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस बार भी डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतें एक झटके में नहीं बढ़ेंगी, बल्कि पहले की तरह इन्हें धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा। इस बार फर्क बस इतना रहने वाला है कि डीजल के दाम पेट्रोल की तुलना में ज्यादा बढ़ने वाले हैं।

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बढ़ोतरी का कारण ये है कि तेल बेचने वाली सरकारी कंपनियों को डीजल पर पेट्रोल (Petrol and Diesel) से ज्यादा घाटा हो रहा है। उन्होंने बताया कि डीजल के दाम 3-4 रुपये बढ़ सकते हैं। जबकि पेट्रोल 2-3 रुपये महंगा हो सकता है। बताया जा रहा है कि दाम कितने बढ़ेंगे, इस पर अंतिम फैसला जल्द होगा। हालांकि तेल बेचने वाली सरकारी कंपनियों को डीजल के मामले में प्रति लीटर 25-30 रुपये का और पेट्रोल के मामले में 9-10 रुपये का नुकसान हो रहा है। इनके दाम कुछ हद तक बढ़ाए जाएंगे, ये तय है।

चुनाव के बाद लगातार बढ़ रहे थे दाम

डीजल और पेट्रोल की मौजूदा कीमतों की बात करें तो दिल्ली में अभी पेट्रोल 105.41 रुपये लीटर बिक रहा है। इसी तरह डीजल की मौजूदा कीमत 96.67 रुपये लीटर है। 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के चलते नवंबर के बाद डीजल और पेट्रोल (Petrol and Diesel) के दाम बढ़ाए नहीं जा रहे थे। पांचों राज्यों का चुनाव संपन्न हो जाने के कुछ ही दिनों बाद फिर से दोनों ईंधनों के दाम लगातार बढ़ाए जाने लगे। 22 मार्च से 06 अप्रैल के दौरान डीजल और पेट्रोल के दाम 14 बार बढ़ाए गए। इसके बाद पिछले 40 दिन से इनके दाम नहीं बढ़ाए गए हैं। अब फिर से ये राहत खत्म होने वाली है।

कच्चा तेल का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है भारत

बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी कच्चा तेल अन्य देशों से खरीदता है। इनमें से ज्यादातर कच्चा तेल (Petrol and Diesel) पश्चिम एशियाई देशों और अमेरिका से आता है। रूस से भारत महज 2 फीसदी कच्चा तेल खरीदता है। भारत कच्चा तेल का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है। पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल के आंकड़ों के मुताबिक फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में भारत को कच्चा तेल खरीदने पर 119.2 बिलियन डॉलर खर्च करने पड़े थे। इससे पहले 2020-21 में भारत का कच्चा तेल आयात बिल 62.2 बिलियन डॉलर रहा था।

ऐसे चेक करें अपने शहर का रेट

आप भी अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना SMS के जरिए भी चेक कर सकते हैं। इंडियन ऑयल (IOC) के उपभोक्ता RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर और HPCL के उपभोक्ता HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 नंबर पर भेज सकते हैं। बीपीसीएल (BPCL) उपभोक्ता RSP<डीलर कोड> लिखकर 9223112222 नंबर पर भेज सकते हैं।

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